छत्तीसगढ़

Mithali Raj Birthday: वह एक नाम जिसने हमेशा के लिए महिला क्रिकेट की तस्वीर बदल दी

नईदिल्ली I साल 2017 में भारतीय महिला टीम वनडे वर्ल्ड कप में फाइनल तक पहुंची थी जहां उसका सामना इंग्लैंड से था. तभी फैंस को कैमरे पर कुछ ऐसा दिखाई दिया जो पहले कभी नजर नहीं आया. भारत की बल्लेबाजी चल रही थी और टीम की कप्तान बाउंड्री लाइन के पास बैठकर किताब पढ़ रही थीं. यह खिलाड़ी कोई और नहीं मिताली राज थीं. वह मिताली राज जो भारत की ही नहीं दुनिया की सबसे महान बल्लेबाजों में शुमार हैं.

मिताली राज ने हाल ही में अपने 23 साल के करियर को अलविदा कहा. आज यानि तीन दिसंबर को मिताली 40 साल की हो रही हैं. भारत में महिला क्रिकेट की तस्वीर बदलने वाली और उसे अहमियत दिलाने का बड़ा श्रेय मिताली राज को ही जाता है. जानिए उनके जीवन के संघर्ष की कहानी.

मिताली राज बचपन में क्रिकेट खेलने के साथ-साथ भारतनाट्यम भी किया करती थीं. मिताली राज के पिता ने हालांकि फैसला किया कि उनकी बेटी क्रिकेटर ही बनेगी. हालांकि उस समय भारत में महिला क्रिकेट का स्तर बहुत नीचा था लेकिन मिताली की किस्मत थी कि वह महिला क्रिकेट की नई इबादत लिखेंगी.

मिताली राज ने साल 1999 में भारत के लिए डेब्यू किया. वहीं साल 2004 में महज 22 साल की उम्र में वह टीम इंडिया की कप्तान बन गई. इसके बाद उन्होंने बल्ले से तो रनों की बरसात की ही साथ ही कप्तानी में भी टीम इंडिया को नई राह दिखाई. उनकी कप्तानी में ही टीम इंडिया साल 2017 के वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची. जहां उन्हें हार तो मिली लेकिन तब तक उन्होंने बोर्ड से लड़ते हुए नाइंसाफी से लड़ते हुए बराबरी के हक के लिए लड़ते हुए नई कहानी लिखी.

महिला क्रिकेटर के तौर पर सर्वाधिक रन बनाने का रिकार्ड भी मिताली राज के नाम हैं. उन्होंने तीनों फॉर्मेट के 333 मुकाबलों में 10869 रन बनाए हैं. उनके नाम 8 शतक और 85 अर्धशतक हैं. टेस्ट में उन्होंने 214 रनों की सर्वोच्च पारी खेली हैं. वह दोहरा शतर लगाने वाली सबसे युवा क्रिकेटर हैं.