छत्तीसगढ़

IND vs BAN Test: भारत के संकट मोचन बने अश्विन, बल्ले से किया कमाल, गेंदबाजी में भी हासिल कर सकते हैं यह मुकाम

नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे चटगांव टेस्ट मैच में टीम इंडिया के क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन का दूसरे दिन जलवा देखने को मिला। दूसरे दिन का खेल शुरू होते ही पहले सेशन में भारत ने श्रेयक अय्यर का विकेट खो दिया। इसके बाद रविचंद्रन अश्विन ने बैटिंग में कमाल दिखाते हुए 58 रन की शानदारी पारी खेली। साथ ही कुलदीप यादव के साथ मिलकर 92 रन की साझेदारी कर भारतीय टीम पहली पारी को 404 तक पहुंचने में मदद की।

गौरतलब हो कि यह कोई पहली बार नहीं हैं, जब अश्विन ने बल्ले से कमाल किया हो। अश्विन अब तक अपने टेस्ट करियर में कई मौकों पर भारत के लिए बल्ले से योगदान दे चुके हैं। नवंबर 2011 में अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। तब से लेकर अब तक अश्विन ने 87 टेस्ट मैच में पांच शतक और 13 अर्धशतक बनाए हैं। अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 और इंग्लैंड के खिलाफ 1 शतक लगाया है।

दूसरे दिन का खेल शुरू होते ही एक समय भारतीय टीम के 293 रन पर सात विकेट गिर चुके थे। भारत तीन सौ रन के आसपास सिमटता दिख रहा था। ऐसे में अश्विन और कुलदीप ने खूंटा गाड़ दिया। दोनों ने मिलकर आठवें विकेट के लिए 92 रन की साझेदारी की। कुलदीप यादव ने 40 रनों की पारी खेली। टेस्ट करियर में कुलदीप यह बेस्ट स्कोर है।

बांग्लादेश के खिलाफ बल्ले से कमाल कर चुके अश्विन अब बॉलिंग में भी नया कीर्तिमान रच सकते हैं। आर अश्विन यदि दोनों टेस्ट मैच में आठ विकेट लेने में सफल हो जाते हैं तो वह 450 विकेट के आंकड़े तक पहुंच सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो वह ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बन जाएंगे।

अश्विन ने अब तक 87 टेस्ट मैचों में 24.15 की औसत से 442 विकेट चटकाए हैं। इनसे आगे अनिल कुंबले 619 विकेट के साथ सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं।