छत्तीसगढ़

राहुल के नाना ने सोते-सोते गंवाई भारत की जमीन, सेना पर बयान से गुस्साए राज्यवर्धन

नईदिल्ली I कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चीन के मंसूबों पर बयान दिया है. इस पर बीजेपी के कई नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने राहुल गांधी को चीन का ‘दोस्त’ बताया है. राज्यवर्धन ने कहा है कि, ‘राहुल गांधी के नाना जी सो रहे थे और सोते-सोते उन्होंने भारत का 37000 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र गंवा दिया.’ इतना ही नहीं कई अन्य नेताओं ने भी चीन से राहुल के संबंधों पर सवाल उठाए हैं.

दरअसल राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने तवांग में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई भिड़ंत पर भी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है. राहुल ने यह भी कहा कि सीमा पर सैनिक पिट रहे हैं. राहुल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को भी अपनी समझ गहरी करने की सलाह दी है. इसी बयान पर सत्ता पक्ष ने राहुल को निशाना बनाया है. राज्यवर्धन सिंह ने कहा कि, ‘नाना के बाद राहुल गांधी को लगा कि चीन से मित्रता करनी चाहिए और अब मित्रता इतनी गहरी हो गई है कि चीन क्या करने वाला है ये उन्हें पता है.’

राज्यवर्धन ने राहुल और चीन के बीच कनेक्शन पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आगे कहा, ‘जब हमारे जवानों को पता चलेगा कैसे बयानबाजी हो रही है तो कैसा लगेगा? ‘हमारे जवान पिट रहे हैं’ ये कैसे शब्द है?’ उन्होंने राहुल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर भी सवाल उठाए हैं. राज्यवर्धन ने कहा, राहुल गांधी 50 साल की उम्र में देश को जानने निकले हैं. उन्होंने कहा कि उनकी इस यात्रा का स्वागत है लेकिन जब वो देश की सेना पर कुछ बोलते हैं तो वो कुछ ऐसा बोलते हैं कि वो सेना का अपमान होता है.

भविष्य दृष्टा हो गए हैं राहुल

बीजेपी सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेई ने राहुल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, ‘लगता है वह भविष्य दृष्टा हो गए हैं, चीन तो अब साहस भी नहीं कर पाएगा. पहले राहुल गांधी यह बताएं की राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीन से पैसा क्यों लिया था और नाश्ता करने चीन के दूतावास में क्यों गए थे?’ बाजपेई के अलावा बीजेपी सांसद विनोद सोकर ने भी राहुल गांधी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, ‘1962 में सेना नहीं बल्कि देश की सरकार हारी थी. लगता है राहुल गांधी त्रिकालदर्शी हो गए हैं. हालांकि मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने से उनको कौन रोक सकता है.’