छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : केंद्र सरकार की नजरें ठीक नहीं: सेलजा, कांग्रेस महाधिवेशन के लिए नेताओं की जिम्मेदारी तय

रायपुर : कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय महाधिवेशन के लिए रायपुर में तैयारियाें ने तेजी पकड़ ली है। मंगलवार को मेजबान छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं की भूमिका तय कर दी गई। प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम आदि ने मिलकर 14 उप समितियों का गठन किया है। इसका अध्यक्ष मंत्रियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों को बनाया गया है। तैयारी बैठक में कुमारी सेलजा ने कहा, भाजपा और केंद्र सरकार की नजरें ठीक नहीं हैं।

कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा की अगुवाई में मंगलवार को स्वागत समिति की मैराथन बैठक हुई। इसमें कहा गया कि प्रदेश कांग्रेस के सामने राष्ट्रीय महाधिवेशन के तौर पर एक ऐतिहासिक अवसर आया है। सभी को इसमें काम करके इसे सफलतम आयोजनों में शामिल कराना है। देश भर के 14-15 हजार नेता-प्रतिनिधि इस आयोजन के लिए रायपुर पहुंचने वाले हैं। कई सत्रों में कांग्रेस के भविष्य की दिशा तय करने वाली चर्चाएं होनी है। ऐसे में इस आयोजन का महत्व समझा जा सकता है। नेताओं ने कहा, जिसको जो जिम्मेदारी मिल रही है, वह काम आज से ही संभाल ले। उसके बाद उप समिति के अध्यक्षों के साथ अलग से बैठक हुई। इसमें काफी देर तक उनकी भूमिकाएं स्पष्ट की गईं।

उन्हें बताया गया कि उनको काम कैसे करना है। एक समय सीमा भी तय हुई है जिसके भीतर अलग-अलग काम पूरे कर लिये जाने हैं। बताया गया कि कई नेताओं को एक से अधिक समितियों में भी रखा गया है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया, प्रदेश प्रभारी और वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में काम हो रहा है। अब सभी नेताओं को उनकी जिम्मेदारी बांट दी गई है। किसको एयरपोर्ट पर रहना है, किसको रेलवे स्टेशन पर रहना है। कौन भोजन आदि की व्यवस्था संभालेगा। इस तरह उप समितियां बनाकर उसमें मंत्रियों-नेताओं को रखा गया है। अब काम में तेजी आएगी। इस बैठक में प्रभारी सचिव चंदन यादव, सप्तिगिरी शंकर उलका, राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

बैठक के दौरान प्रदेश प्रभारी कुमार सेलजा ने महाधिवेशन की योजना बताई। उन्होंने कहा, पहले दिन यानी 24 फरवरी को स्टेयरिंग कमेटी की दूसरी मीटिंग होगी। 25 फरवरी को AICC और PCC के सभी लोग शामिल होंगे। अंत में 26 फरवरी को एक विशाल जनसभा होगी। उन्होंने कहा, उनके प्रभारी बनने के बाद पहले छत्तीसगढ़ प्रवास पर आरक्षण मामले पर जो जनसभा हुई थी, इसमें उससे भी बड़ी जनसभा करनी है। यह ऐसी हो जिसे दुनिया देखे, सोशल मीडिया के माध्यम से देखे। उन्होंने कहा, इसे पिछले अधिवेशन से अच्छा करके दिखाना है। छत्तीसगढ़ का रहन सहन, खान-पान सबको दिखाना है। लगना चाहिये छत्तीसगढ़ में महाअधिवेशन हो रहा है।