छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: पुतला दहन के दौरान पेट्रोल छिड़ककर लगाई आग, दो पुलिसकर्मी झुलसे, दो महीने बाद पकड़ाए फरार आरोपी

कवर्धा। पुतला दहन के दौरान पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने से दो पुलिसकर्मी झुलसे थे. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल 21 दिसंबर 2022 को गांधी चौक पर सुमित तिवारी के नेतृत्व में बजरंग दल ने पुतला दहन का आयोजन किया था, जिसमें कानून व्यवस्था बनाए रखने थाना पंडरिया से पुलिस स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई थी. इस दौरान आग से दो पुलिसकर्मी झुलस गए थे.

पुलिस के मुताबिक, पुतला दहन ड्यूटी के दौरान बजरंग दल के संयोजक सुमित तिवारी और उपेंद्र चौबे, निखिल सोनी एवं अन्य 15 कार्यकर्ताओं को शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने समझाइश दी जा रही थी. तभी सुमित तिवारी, उपेंद्र चौबे, निखिल सोनी उतावलेपन में आकर आक्रामक हो गए. साथ ही साथ पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करने लगे और पुतले को जलाने के लिए बॉटल में लाए पेट्रोल को उपेक्षापूर्ण गुस्से में आकर इधर उधर फेकते हुए आग लगा दिए, जिससे पुलिस जवान भी आग की चपेट में आ गए थे.

आंदोलन में नाबालिगों को भी बुलाया था

आग से जलने से दो पुलिस झुलस गए थे. तात्कालिक थाना प्रभारी के चेहरे और हाथों पर आग इतना लगा की उपस्थित अन्य पुलिस के जवान थाना प्रभारी के चेहरे पर लगी आग को बुझाने में लग गए थे. उसके उपरांत घायल दोनों पुलिसकर्मियों को पंडरिया हॉस्पिटल भेजा गया था. चोट अधिक होने की वजह से डॉक्टरों ने उन्हें बाहर इलाज के लिए रेफर कर दिया. इस मामले में थाना पंडरिया में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना किया गया. पुलिस के मुताबिक, सुमित तिवारी ने नाबालिग बच्चों को भी उक्त आंदोलन में बुलाया था.

आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग

घटना को अंजाम देकर कर सभी आरोपी पुलिस के पकड़ से फरार हो गए थे. लगभग दो माह बाद आरोपी सुमित तिवारी पिता नित्यप्रकाश तिवारी, उपेंद्र चौबे पिता अरविन्द चौबे, निखिल सोनी पिता रामकुमार सोनी को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों को न्यायालय मे पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया. घटना की गंभीरता और पुलिस कर्मियों के ड्यूटी के दौरान योजना बद्ध किए गए अपराध पर न्यायालय ने कड़ा रुख अपनाया. वहीं क्षेत्र सहित नगर में आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग भी उठ रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटना से इस सोच के आरोपियों को सबक मिल सके.