नईदिल्ली : दो दिन की राहत के बाद ग्रेटर नोएडा का वायु प्रदूषण फिर से रेड जोन में 300 के पार पहुंच गया हैं। शनिवार को ग्रेनो का वायु गुणवत्ता सूचकांक 307 रहा। पिछले दो दिन से एक्यूआई ऑरेंज जोन में बना हुआ था। वहीं नोएडा में भी वायु प्रदूषण बढ़ा हैं। वहां का एक्यूआई 322 रहा हैं। उधर प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर प्रशासन ने सोमवार को भी 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। उस दिन सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद प्रशासन स्कूलों को खोलने पर फैसला करेगा।
कई दिन रेड जोन में रहने के बाद ग्रेटर नोएडा के वायु प्रदूषण में सुधार हुआ था। बृहस्पतिवार को ग्रेनो का एक्यूआई ऑरेंज जोन में 212 रहा था। जबकि शुक्रवार को एक्यूआई 262 रहा था। दो दिन की राहत के बाद शनिवार को एक्यूआई रेड जोन में 307 पहुंच गया है। जबकि पूरे दिन हल्की धुंध छाई रही। शाम को प्रदूषण का स्तर काफ बढ़ गया। वहीं नोएडा का एक्यूआई रेड जोन में बना हुआ है। एक्यूआई 312 से 322 पहुंच गया हैं। उधर वायु प्रदूषण बढ़ने से एक बार फिर लोगों को परेशानी होने लगी हैं। लोगों ने आंखों में जलन महसूस कीं। वहीं दो दिन की राहत के दौरान प्राधिकरण और यूपीपीसीबी के अफसर भी लापरवाही दिखे और कार्रवाई को रोक दिया गया। पानी का छिड़काव और साफ सफाई नहीं दिखी। निर्माण कार्य भी कई जगह पर चलता रहा।
एक दिन और बंद रहेंगे स्कूल
जिलाधिकारी ने वायु प्रदूषण के कारण 25 नवंबर को भी 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। उनका कहना है कि पूर्व की तरह स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी। अफसरों ने बताया कि 25 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में वायु प्रदूषण को लेकर सुनवाई हैं। सुनवाई के बाद स्कूलों को खोलनेपर फैसला लिया जाएगा। पूर्व आदेश में प्रशासन ने 23 नवंबर तक 12वीं तक के स्कूलों को बंद किया था। 24 नवंबर को रविवार हैं। वहीं प्रशासन ने 25 नवंबर को भी स्कूलों को पूर्व की भांति बंद रखने का आदेश जारी किया हैं।
जुनपत के पास जलाया गया कूड़ा
ग्रेटर नोएडा में ग्रेप-3 लागू के नियमों का पालन नहीं हो रहा हैं। जगह-जगह कूड़ा जलाया जा रहा हैं। शुक्रवार रात जुनपत गांव के पास बड़ी मात्रा में कूड़ा जलाया गया। एक युवक ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। आरोप है कि प्राधिकरण के अफसरों की लापरवाही के कारण कूड़ा जलाया जा रहा हैं। जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई करने की मांग की है।