नईदिल्ली : चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। टूर्नामेंट की मेजबानी को लेकर शुरू हुए विवाद पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की ओर से कई गीदड़भभकी आ चुकी हैं। अब इस मामले पर पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर और दिग्गज क्रिकेटर शाहिद अफरीदी का भी बयान आया है। उन्होंने भी गीदड़भभकी दी है।
दरअसल, बीसीसीआई ने पाकिस्तान की मेजबानी में होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम को वहां भेजने से इनकार कर दिया था। बीसीसीआई ने आईसीसी को बता दिया है कि भारत सरकार की नाराजगी के कारण भारतीय टीम टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी। इसके बाद से पाकिस्तान क्रिकेट में कोहराम मचा हुआ है। पीसीबी द्वारा हाइब्रिड मॉडल से इनकार के बाद आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी किसी और देश को सौंपने पर भी विचार कर रहा है। इसको लेकर शुक्रवार को मीटिंग भी होनी है। आईसीसी बोर्ड की बैठक इस बैठक में टूर्नामेंट का कार्यक्रम तय किया जाएगा।
अफरीदी ने अगले साल पाकिस्तान में खेली जाने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार नहीं करने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का समर्थन किया है। अनुभवी ऑलराउंडर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर ‘खेल के साथ राजनीति को जोड़ने’ का आरोप लगाया और आईसीसी से निष्पक्षता बनाए रखने और अपने अधिकार का दावा करने का आह्वान किया।
अफरीदी ने कहा कि मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद से पाकिस्तान पांच बार भारत की यात्रा कर चुका है। अफरीदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘खेल के साथ राजनीति को जोड़कर बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अनिश्चित स्थिति में पहुंचा दिया है। हाइब्रिड मॉडल के खिलाफ पीसीबी के रुख का पूरी तरह से समर्थन करते हैं। खासकर जब पाकिस्तान (सुरक्षा चिंताओं के बावजूद) ने 26/11 के बाद द्विपक्षीय सफेद गेंद सीरीज समेत पांच बार भारत का दौरा किया है। यह आईसीसी और उसके निदेशक मंडल के लिए निष्पक्षता बनाए रखने और अपने अधिकार का दावा करने का समय है।’
चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले अगले साल फरवरी और मार्च में पाकिस्तान के तीन स्थलों पर आयोजित किए जाएंगे, लेकिन 2008 से पाकिस्तान का दौरा नहीं करने वाले भारत ने आईसीसी को बताया कि उनकी सरकार ने उन्हें इस महीने के शुरू में इस कार्यक्रम के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी थी। पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने बुधवार को कहा था, ‘यह संभव नहीं है कि हर बार पाकिस्तान हर टूर्नामेंट के लिए भारत जाकर खेलता रहे और भारतीय अधिकारी अपनी टीम को पाकिस्तान में खेलने के लिए भेजने से इनकार कर दें।’
उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ इतना आश्वासन दे सकता हूं कि बैठक में जो भी होगा, लेकिन हम अच्छी खबर और फैसले लेकर आएंगे जिन्हें हमारे लोग स्वीकार करेंगे।’ नकवी ने उम्मीद जताई कि पांच दिसंबर को आईसीसी चेयरमैन का पद संभालने वाले जय शाह विश्व क्रिकेट और सभी सदस्य बोर्डों के हित में फैसले लेंगे। उन्होंने कहा, ‘जय शाह दिसंबर में कार्यभार संभालेंगे और मुझे यकीन है कि एक बार जब वह बीसीसीआई से आईसीसी में चले जाएंगे, तो वह आईसीसी के लाभ के बारे में सोचेंगे और यही उन्हें करना चाहिए। जब भी कोई ऐसी भूमिका निभाता है तो उसे केवल उस संगठन के हितों पर विचार करना चाहिए।’