नईदिल्ली : गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी के लिए अमेरिकी रिश्वत कांड में मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब अमेरिका के सिक्योरिटी एक्सचेंज कमीशन की ओर से चाचा-भतीजा दोनों को नोटिस जारी किया गया है. अमेरिकी शेयर बाजार रेगुलेटर ने दोनों से उनके ऊपर लगे आरोपों पर अपना रुख स्पष्ट करने के लिए तलब किया है.
गौतम अडानी और सागर अडानी समेत 7 लोगों पर सोलर एनर्जी कांट्रैक्ट हासिल करने के लिए 2,200 करोड़ रुपए की रिश्वत देने का आरोप लगा है. अमेरिकी रेगुलेटर ने दोनों को समन भेजकर 21 दिनों में जवाब देने को कहा है.
अमेरिकी शेयर बाजार रेगुलेटर ने भेजा समन
न्यूयॉर्क ईस्ट डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के थ्रू 21 नवंबर को गौतम अडानी और सागर अडानी को नोटिस भेजा गया है. जानकारी के अनुसार दोनों में 21 दिनों की मोहलत दी गई है. समन में कहा गया है कि जिस दिन समन मिला है उसे छोड़कर 21 दिनों में सिक्योरिटी एक्सचेंज कमीशन को समन में संलग्न शिकायत का जवाब देना होगा या फिर फेडरल सिविल प्रोसेस के रूल 12 के तहत प्रस्ताव तामील करना होगा. समन के अनुसार अगर अडानी तय समय पर जवाब नहीं देते हैं तो उचित कार्रवाई भी की जाएगी. इसका मतलब है कि अडानी को तय समय पर जवाब या फिर प्रस्ताव दाखिल करना ही होगा.
रिश्वत के गंभीर आरोप
अमेरिकी प्रोसिक्यूटर्स ने गौतम अडानी, सागर अडानी समेत 7 लोगों पर रिश्वत और अमेरिकी निवेशकों पर फ्रॉड करने के गंभीर आरोप लगाए हैं. अमेरिका की अदालत ने इन पर सिर्फ मुकदमा ही नहीं चलाया बल्कि वॉरंट भी जारी किया है. प्रोसिक्यूटर्स के अनुसार अडानी और उनके अमेरिकी सहयोगियों ने सोलर एनर्जी कांट्रैक्ट लेने के लिए 2020 से लेकर 2024 तक 2200 करोड़ रुपए की रिश्वत भारतीय अधिकारियों को देने की सहमति जताई है. गुरुवार को जब भारत में खबर आई तो शेयर बाजार में अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली. इसके विपरीत अडानी ग्रुप के सीएफओ जुगेशिंदर सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए अडानी ग्रुप का पक्ष रखते हुए कहा कि अडानी ग्रुप की किसी कंपनी पर सीधे तौर पर आरोप नहीं है.