मुंबई। पूर्व बिग बॉस प्रतियोगी और अभिनेता एजाज खान ने वर्सोवा सीट से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा। उन्होंने नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के टिकट पर नामांकन किया था। हालांकि, मतगणना के परिणाम ने एजाज को तगड़ा झटका दिया है। उन्हें केवल 155 वोट ही मिले हैं। वहीं, 1298 लोगों ने नोटा का बटन दबाया है। इसे देखने के बाद नेटिजन्स ने अभिनेता को आड़े हाथों ले लिया है, क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एजाज खान के 56 लाख फॉलोअर्स हैं।
एजाज खान को लगा तगड़ा झटका
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ बीजेपी नीत गठबंधन महायुति लीड लेती नजर आ रही है। रुझानों में पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा भी पार कर लिया है। इस बीच महाराष्ट्र की एक सीट पर चर्चा जोरों पर है। यह सीट कोई और नहीं बल्कि वर्सोवा है। खुद को मुंबई का भाईजान बताने वाले एजाज वोट हासिल करने में पूरी तरह असफल नजर आए हैं। वहीं, दसवें राउंड के बाद हारूण 32,499 वोट पाकर भाजपा की भारती से 6,856 वोटों से आगे चल रहे हैं। भारती को 25,643 वोट हासिल हुए हैं।
नहीं काम आए 5.6 मिलियन फॉलोअर्स
5.6 मिलियन से अधिक सोशल मीडिया फॉलोअर्स वाले अभिनेता एजाज खान चुनाव में बुरी तरह हारते नजर आ रहे हैं। जानकारी हो कि इस सीट से कुल 16 उम्मीदवार मैदान में हैं। सीट को परंपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। यहां से अभिनेता ने आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के टिकट पर वोट लड़ा और बुरी तरह पस्त हुए हैं।
एजाज खान का है विवादों से गहरा नाता
गुजरात के अहमदाबाद में जन्मे एजाज खान को ‘दीया और बाती हम’ के साथ-साथ ‘करम अपना अपना’ जैसे लोकप्रिय शो में देखा जा चुका है। वह ‘रक्त चरित्र’ और ‘अल्लाह के बंदे’ जैसी फिल्मों का भी हिस्सा रहे हैं। वहीं, एजाज की बात करें तो उनका विवादों से भी गहरा नाता रहा है। एजाज खान ड्रग्स रखने के आरोप में जेल जा चुके हैं। ‘बिग बॉस 7’ में हिस्सा ले चुके एजाज खान शो में रहते हुए भी विवादों से चर्चा में रहते थे।
परिणाम पर नेटिजन्स ने ली चुटकी
एजाज खान की हार पर नेटिजन्स ने चुटकी लेना शुरू कर दिया है। वोटिंग से जुड़ी एक वायरल पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक एक्स यूजर ने लिखा, ’56 लाख इंस्टाग्राम फॉलोअर वाले इंसान को इतने कम वोट मिले हैं।’ दूसरे ने लिखा, ‘लगता है एजाज को उनके परिवारवालों का भी वोट नहीं मिला।’ वहीं, एक अन्य लिखते हैं, ‘इससे अच्छा तो रजत दलाल को ही चुनाव लड़वा देते।’