दुर्ग I दुर्ग की मोहन नगर पुलिस ने 1.74 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले तीन लोगों के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया है। आरोपियों ने फर्जी कंपनी बनाकर दूसरी कंपनी से करोड़ों का माल मंगाया उसके बाद उसका भुगतान नहीं किया। दुर्ग पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मोहन नगर पुलिस ने बताया कि ठगी के मामले की शिकायत आर्य नगर दुर्ग निवासी आकाश दायगुड़े ने की है। वह आर्बिट इलेक्ट्रोमेट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी मे सुपरवाइजर है। उसने बताया कि उसकी कंपनी से बेगुनी फतवा जिला पटना बिहार के बलराम कुमार, मकान नंबर 15 कींदवईपुरी गुच्छा निवासी राजीव रंजन उपाध्याय और 21 ए बेगमपुर मालवी नगर नई दिल्ली निवासी प्रवीण प्रकाश से व्यापारिक सौदा तय हुआ था।
इस लोगों ने निर्माण्यम और आरआरपी सल्युसन नाम से फर्जी कंपनी तैयार की थी। इन दोनों कंपनी से व्यापार के लिए 16 करोड़ रुपए प्लस 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ सौदा तय हुआ था। ऑर्बिट कंपनी ने इनकी कंपनी को 3 करोड़ 28 लाख 47 हजार 826 रुपये का माल भेजा था। आरोपियों ने कंपनी को 1 करोड़ 74 लाख 74 हजार 175 रुपये अब तक नहीं दिया है। बलराम, राजीव रंजन उपाध्याय, और प्रवीण प्रकाश ने फर्जी कंपनी निर्माण्यम, आरआरपी सल्यूसन तैयार कर साजिश रचकर ठगी की है।
स्क्रैब का काम करती है ऑर्बिट कंपनी
आकाश ने बताया कि उसकी कंपनी उमदा टिला छावनी एवं आर्य नगर दुर्ग में स्थित है। भिलाई स्टील प्लांट और अन्य स्थानीय संस्थाओं से स्क्रैब खरीदकर उसे बेचने का व्यवसाय उनके द्वारा किया जाता है। 18 अक्टूबर को पटना (बिहार) के राजीव रंजन उपाध्याय और प्रवीण प्रकाश भिलाई उसके आफिस पहुंचे थे। दोनों ने मिलकर व्यापार करने की इच्छा जाहिर की थी। दोनों के बीच एग्रीमेंट होने के बाद स्क्रैब का लेन देने हुआ था। बाद में पता चला की उन्होंने फर्जी कंपनी बनाकर व्यापार शुरू किया।