रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी के सह प्रभारी नितिन नबीन के बयान पर गंभीर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि वे छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान कर रहे हैं, मतलब पूरे छत्तीसगढ़ के लोगों का अपमान हो रहा है. नितिन नबीन को छत्तीसगढ़ के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.
मुख्यमंत्री बघेल ने नितिन नबीन के बयान पर सवाल करते हुए कहा कि क्या छत्तीसगढ़ भारत से बाहर है. हर प्रदेश का अपना गौरव है. छत्तीसगढ़ को हम लोग मां के रूप में मानते हैं, पर भाजपा छत्तीसगढ़ के लोगों का विरोध कर रही है. 15 साल तक सरकार रही छत्तीसगढ़ की संस्कृति को कभी बढ़ाने का काम नहीं किया.
उन्होंने कहा कि 42 जनजाति छत्तीसगढ़ में निवास करती है, बीजेपी ने कभी भी उनकी सुध नहीं ली. इन्होंने सिर्फ छत्तीसगढ़ को 15 सालों तक लूटने का काम किया है. विदेश से आए कलाकार भी छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया बोल रहे हैं, तो बीजेपी वालों को तकलीफ हो रही है. छत्तीसगढ़ियावाद हावी होता जा रहा है इसलिए क्या घबरा रहे हैं.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने दिया जवाब
वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि महतारी के अपमान का सवाल ही नहीं उठता, हम मान-सम्मान बढ़ाने वाले लोग हैं. जब कोई बात हुई ही नहीं है तो माफी मांगने का प्रश्न ही नहीं है. उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़ अलग राज्य बनाने वाले हैं. भाजपा दुनिया-देश में छत्तीसगढ़ को अलग-पहचान दिलाने वाली पार्टी है. छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाने वाले हम लोग हैं.
राज्यसभा सांसदों को लेकर उठाया सवाल
अरुण साव ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि क्या छत्तीसगढ़ राज्यसभा में भेजने लायक लोग नहीं है क्या? ये छत्तीसगढ़ का अपमान नहीं है ? तीन राज्यसभा सांसद छत्तीसगढ़ के बाहर के हैं. वे लोग स्थापना दिवस पर छत्तीसगढ़ की जनता को बधाई नहीं दी हैं. उन्होंने कहा कि नितिन नबीन के बयान को अनावश्यक रूप से तोड़-मरोड़कर कर पेश किया गया. हम सम्मान देने वाले लोग हैं. इसलिए छत्तीसगढ़ के खिलाफ कुछ बोलना और कहने का कोई बात बनता नहीं है,
नितिन नबीन के किस बयान पर मचा बवाल
बता दें कि नितिन नबीन ने एक दिन पहले छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लगाने पर कहा था कि मूर्ति लगाने से क्या होगा? यहां की महिलाओं के साथ विश्वासघात कर रहे हैं. मूर्ति लगाने से क्या उन महिलाओं का सम्मान बढ़ जाएगा? महिलाओं से आप ने शराबबंदी का वादा किया था. शराबबंदी नहीं होने से उन्हें परेशानी हो रही है, क्या उससे बचा जा सकेगा? उन्होंने कहा था कि हम भारतीयवाद को लेकर चलते हैं. जहां तक बात छत्तीसगढ़ियावाद की है, तो निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ की कल्पनाओं को अटल बिहारी वाजपेई ने साकार किया, यह तो केवल उनके नाम पर राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं.