नईदिल्ली I बॉलीवुड अभिनेता और निर्देशक पुनीत इस्सर आज अपना 63 वां जन्मदिन मना रहे हैं। अमृतसर के पंजाब में जन्मे पुनीत इस्सर ने बॉलीवुड में 80 के दशक में कदम रखा था। उनकी पहली फिल्म ‘कूली’ साल 1983 में रिलीज हुई, जिसमें उन्होंने खलनायक का किरदार निभाया और स्क्रीन पर अमिताभ बच्चन से पंगा लिया। पुनीत इस्सर ने अब तक 150 से ज्यादा फिल्मों में विलेन का रोल निभाया है। लेकिन अभिनेता को फैंस आज भी उनके दुर्योधन के किरदार के लिए याद करते हैं, जो उन्होंने बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ में निभाया था। पुनीत इस्सर ने इस किरदार को बेहद ही शानदार तरीके से निभाया। लेकिन क्या आपको पता है कि इसी वजह से वह जेल तक पहुंच गए थे। आइए आपको आज इस किस्से के बारे में बताते हैं।
साल 1988 में टीवी पर प्रसारित हुई बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ की तारीफ लोग आज भी करते नजर आते हैं। इस धारावाहिक में नजर आए हर कलाकार ने अपने किरदार में जान फूंक दी थी। कुछ लोगों को अपने काम की वजह से प्यार मिला तो कुछ ने लोगों ने नफरत भी झेली। इस धारावाहिक में दुर्योधन बने पुनीत इस्सर के काम की तारीफ तो हुई। लेकिन उन्हें भी लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं, जब उनका और रूपा गांगुली का चीर हरण वाला सीन टीवी पर प्रसारित हुआ था, तब उनके खिलाफ वाराणसी में केस करा दिया था और कोर्ट ने भी एक्टर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। फिर एक दिन पुलिस अचानक अभिनेता के घर आई और उन्हें उठाकर जेल ले गई।
इस घटना के बारे में पुनीत इस्सर ने एक चैट शो में बताया था, ‘महाभारत की शूटिंग जारी थी और एक दिन मैं अपने घर से कहीं जा रहा था। लेकिन अचानक से पुलिस मेरे सामने आई और बोली आपको हमारे साथ चलना होगा। तब मैंने सोचा भी था कि ऐसा मैंने क्या कर दिया। क्या मैंने सिंग्नल तोड़ दिया है? इतने में उन्होंने बताया कि आपके खिलाफ किसी ने कोर्ट में मामला दर्ज किया है और आपके नाम का वारंट भी जारी हुआ है। पुलिस ने बताया कि वाराणसी के एक व्यक्ति ने ऐसा किया है क्योंकि आपने जो द्रौपदी का चीरहरण किया था उससे वह इंसान काफी दुखी हो गया। उस दौरान मैंने कहा था कि पकड़ना है तो वेद व्यास को पकड़ो महाभारत तो उन्होंने लिखी है। इस मामले को उस वक्त किसी तरह बीआर चोपड़ा और रवि चोपड़ा ने सुलझा लिया।
पुनीत इस्सर ने आगे बताया कि उस वक्त तो केस रफा-दफा हो गया, लेकिन फिर से 28 साल बाद मेरे खिलाफ केस खुल गया। इसके बाद मुझे एक वकील से बात पूरे मामले पर करनी पड़ी थी और बनारस जाना पड़ा। फिर मुझे पता चला कि उस आदमी ने मेरे साथ सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए केस फिर से खुलवाया था।