छत्तीसगढ़

IND vs NZ: संजू-उमरान को नहीं खिलाने के सवाल पर बोले हार्दिक- अगर कोई मौका नहीं मिलने से दुखी है तो बात करे

नईदिल्ली I भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का आखिरी मुकाबला नेपियर में खेला गया। बारिश से बाधित इस मैच में कीवी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 160 रन बनाए। इसके जवाब में टीम इंडिया ने चार विकेट खोकर 75 रन बना लिए थे। इसके बाद बारिश आ गई और आगे का मैच नहीं हो सका। डकवर्थ लुईस नियम के तहत दोनों टीमों का स्कोर बराबर था और यह मैच टाई पर खत्म हुआ। आमतौर पर मैच टाई होने पर सुपर ओवर का प्रवाधान है, लेकिन बारिश की वजह से आगे मैच खेलना संभव नहीं था। ऐसे में यह मैच टाई पर खत्म हुआ। भारत ने सीरीज का दूसरा मैच 65 रन से जीता था और पहला मैच बारिश की वजह से नहीं हो सका था। ऐसे में भारत ने सीरीज 1-0 के अंतर से अपने नाम की।

इस सीरीज में भारत के लिए संजू सैमसन और उमरान मलिक को खेलने का मौका नहीं मिला। लगातार फेल होने के बावजूद ऋषभ पंत को दोनों मैच में खेलने का मौका मिला। ऐसे में भारतीय टीम को जमकर ट्रोल किया गया। इसी मामले पर जब कप्तान हार्दिक से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कहा कि अगर कोई खिलाड़ी मौका नहीं मिलने से दुखी है तो वह उनसे बात कर सकता है।

दूसरी बार हार्दिक ने जिताई टी20 सीरीज
हार्दिक को दूसरी बार भारतीय टी20 टीम की कप्तानी दी गई थी। इससे पहले उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ भारत को 2-0 के अंतर से जीत दिलाई थी। सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री जैसे दिग्गज हार्दिक पांड्या को टी20 टीम का नियमित कप्तान बनाने की वकालत कर चुके हैं, लेकिन हार्दिक ने कहा कि आपको अच्छा लगता है तो आप इस पर बात कर सकते हैं, लेकिन जब तक आधिकारिक रूप से कोई एलान नहीं होता, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। 

हार्दिक ने आगे कहा “ईमानदारी से कहूं तो मेरा नजरिया साफ है।। अगर मैं एक मैच या एक सीरीज में कप्तानी करता हूं, तो मैं टीम का नेतृत्व अपने तरीके से करूंगा, जिस तरह से मैं मैच को देखता हूं। जब भी मुझे मौका दिया जाएगा, मैं हमेशा अपने ब्रांड का क्रिकेट खेलूंगा। एक टीम के रूप में हम अपने तरीके से क्रिकेट खेलेंगे। 

एक इकाई के रूप में हम अपना ब्रांड प्रदर्शित करेंगे। भविष्य में जो भी आता है, हम उसे स्वीकार करेंगे।”

संजू और उमरान को मौका देने के लिए भरपूर समय
विस्फोटक बल्लेबाज संजू सैमसन और उमरान मलिक को मौका नहीं देने पर उन्होंने कहा “अगर यह बड़ी सीरीज होती और तीन मैच नहीं होते तो हम उन्हें मौका दे सकते थे। लेकिन मैं छोटी सीरीज में ज्यादा बदलाव में विश्वास नहीं करता और आगे भी यही मेरा सिद्धांत होगा। ऐसी स्थिति को संभालना मुश्किल नहीं है जहां खिलाड़ी सुरक्षा महसूस करते हैं। मैं सभी खिलाड़ियों और उन खिलाड़ियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करता हूं जिन्हें मैं चुनने में असमर्थ हूं, कुछ भी व्यक्तिगत नहीं है और यहां तक कि वे भी इसे जानते हैं। टीम संयोजन के कारण मैं उन्हें चुनने में सक्षम नहीं हूं।”

हार्दिक ने कहा “मैं अपने साथियों के हित में काम करने वाला इंसान हूं और अगर किसी को लगता है, तो मेरे दरवाजे हमेशा बात करने के लिए खुले हैं। मैं उनकी भावनाओं को समझता हूं। संजू सैमसन का मामला दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें उन्हें मौका देना था, लेकिन रणनीति की वजह से उन्हें बाहर बैठना पड़ा। मैं समझ सकता हूं कि वह भारत के लिए लगातार बेंच पर हैं। यह मुश्किल है। मैं उनसे बात करता हूं, यह नहीं खेलने के लिए कोई सांत्वना नहीं है, लेकिन साथ ही स्वस्थ वातावरण बनाए रखना जरूरी है।”

पांड्या ने आगे कहा “अगर खिलाड़ी बुरा महसूस कर रहे हैं, तो वे आ सकते हैं और मुझसे या कोच से बात कर सकते हैं। अगर मैं कप्तान बना रहता हूं, तो मुझे नहीं लगता कि यह कोई मुद्दा होगा। मेरा व्यवहार और स्वभाव सुनिश्चित करता है कि हम एक-दूसरे के करीब हैं।”

छठा गेंदबाजी विकल्प देखना चाहते थे हार्दिक
पांड्या ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में गेंदबाजी नहीं की और इसके पीछे एक खास उद्देश्य था। वह भारत के छठे गेंदबाजी विकल्प को तलाशना चाहते थे और दीपक हुड्डा इस भूमिका पर खरे उतरे, जिन्होंने दूसरे टी20 में 10 रन देकर चार विकेट लिए। 

इस पर हार्दिक ने कहा “मैंने वही किया जो इस दौरे पर टीम को चाहिए था। मैं चाहता था कि मेरा छठा गेंदबाजी विकल्प निष्पक्ष हो और इस सीरीज में और हमारे पास दीपक है। अगर मैं गेंदबाजी करता तो उन्हें मौका नहीं मिलता। गेंदबाजी मजबूत करने के लिए आज हम केवल पांच बल्लेबाजों के साथ खेले और मेरा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि प्रत्येक बल्लेबाज अतिरिक्त जिम्मेदारी ले।

उन्होंने कहा, “जब आप जानते हैं कि आपके बाद एक बल्लेबाज है, और आप आक्रमण कर सकते हैं तो आपको एक अलग तरह का आत्मविश्वास मिलता है। यही बात गेंदबाजों पर भी लागू होती है। सिराज ने ठीक वही किया जो मैं उनसे इस पिच पर चाहता था। टी20 में आप हिट हो सकते हो। आपके अच्छे और बुरे दिन होंगे। लेकिन अगर आप रक्षात्मक तरीके से खेलकर हिट होते हैं तो यह गलत होगा। इसलिए ज्यादा से ज्यादा क्या होगा। आप हारेंगे, 200 रन देंगे। लेकिन दूसरी तरफ, अगर आप आक्रमण करना जारी रखते हैं, तो आपके पास आज जैसे दिन होंगे।”