छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ः नशेड़ी शिक्षकों ने की छात्र-छात्राओं की जमकर पिटाई, 11 वीं की छात्रा के चेहरे और शरीर पर निशान, परिजनों में आक्रोश

बीजापुर। बीजापुर जिले के अलग-अलग स्कूलों में 2 नशेड़ी शिक्षकों ने छात्र-छात्राओं की जमकर पिटाई कर दी। बच्चों को इतना मारा है कि उनके सिर, चेहरे समेत शरीर में कई जगह चोट के निशान हैं। बताया जा रहा है कि, मामला उजागर होने के बाद एक शिक्षक पर तो विभाग ने निलंबन की कार्रवाई कर दी है, लेकिन दूसरे नशेड़ी शिक्षक को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। इधर, इस मामले को लेकर परिजनों में भी जमकर आक्रोश है।

दरअसल, पहला मामला जिले के मिंगाचल के मिडिल स्कूल का है। जहां कुछ दिन पहले स्कूल में पदस्थ शिक्षक शेखर देवांगन शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचा था। शोरगुल कर रहे बच्चों को गालियां दी। फिर 11 साल की एक छात्रा की किसी बात को लेकर बेरहमी से पिटाई कर दी थी। जिससे छात्रा के चेहरे और शरीर में गंभीर चोट भी आई थी। परिजनों ने मेडिकल ट्रीटमेंट करवाया था। मेडिकल रिपोर्ट के साथ नैमेड थाने में शिक्षक के खिलाफ लिखित में शिकायत भी की गई थी। लेकिन, अब तक उनपर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

वहीं दूसरा मामला 18 नवंबर का है। बीजापुर जिले के तोयनार स्कूल में पदस्थ शिक्षक कमलेश कुमार उद्दे शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचा था। उसने बिना किसी कारण 5 वीं कक्षा के दो छात्रों की बेरहमी से पिटाई कर दी। संस्था के प्रधान अध्यापक ने इस बात की सूचना BEO को दी। मामले की जांच में दोषी पाए जाने पर शिक्षक को फौरन निलंबित कर दिया गया। इधर, बच्चों का भी मेडिकल परीक्षण करवाया गया था।

मामला दबाने पैसों का दिया लालच

11 साल की पीड़ित बच्ची के पिता बलराम कोरसा ने बताया कि, जब बेटी के साथ शिक्षक शेखर देवांगन ने मारपीट की थी उसके बाद नैमेड थाना में नशेड़ी शिक्षक के ख़िलाफ मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद मुझ पर पैसे लेकर मामला शांत करने का दबाव डाला गया। 1 लाख रुपए तक मुझे देने की कोशिश की गई थी। उन्होंने कहा कि, आज मेरी बेटी के साथ मारपीट की है, कल किसी और के बच्चे को दारू पीकर पिटेंगे। शिक्षक पर कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन, जिम्मेदार दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। मेरी बेटी को इंसाफ चाहिए।