रायपुर/कांकेर I भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार ब्रह्मानंद नेताम कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं। नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आरोपी बनाए गए नेताम को तलाशते झारखंड की जमशेदपुर पुलिस ने कांकेर में दस्तक दे दी है। डीएसपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में टीम पहुंची है। झारखंड पुलिस ने नेताम की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस से मदद मांगी है।
दरअसल चुनाव में नामांकन की समय-सीमा खत्म होने के बाद ब्रह्मानंद नेताम पर गंभीर आरोप लगे। बताया गया, 15 मई 2019 को झारखंड के जमशेदपुर में दर्ज एफआईआर की जांच में नेताम का नाम आ रहा है। यह एक 15 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और जबरन देह व्यापार में धकेलने का अपराध है।
इस मामले में पांच लोग नामजद आरोपी बनाए गए थे। पुलिस ने जांच शुरू की तो छत्तीसगढ़ के भी दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद जो चालान पेश हुआ। इसकी जांच रिपोर्ट में चारामा निवासी पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम और दीपांकर सिन्हा का नाम भी शामिल है। मामले में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और जांच अब भी जारी है। कांग्रेस का आरोप है कि इस मामले में आरोपी दीपांकर सिन्हा भी भाजयुमो का जिला कोषाध्यक्ष है। कांग्रेस ने ब्रह्मानंद नेताम की शिकायत चुनाव आयोग से भी की है।
रायपुर पुलिस का एक सिपाही भी वॉन्टेड
इस मामले में रायपुर पुलिस के एक सिपाही की भी मिलीभगत सामने आई है। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने सिपाही केशवराम सिन्हा को निलंबित कर पुलिस लाइन अटैच कर दिया है। बताया जा रहा है, यह सिपाही भी कांकेर के चारामा का ही रहने वाला है। पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम भी चारामा के हैं। बताया जा रहा है, उस अपराध की चार्जशीट में इस सिपाही का भी नाम है। उसके मुताबिक सिपाही भी नाबालिग के साथ दुष्कर्म के अपराध में सहायक रहा है।
IUCAW को भी कर रही है मामले की जांच
रायपुर के राजेंद्र नगर थाने में पदस्थ सिपाही के निलंबन के साथ एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने मामले की जांच महिला सेल को सौंपा था। एसएसपी ने महिलाओं के खिलाफ अपराध की जांच के लिए बनी विशेष यूनिट-IUCAW की डिप्टी एसपी को मामले की जांच का आदेश दिया था। बताया जा रहा है, यह यूनिट भी मामले में कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है।