नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 की नीलामी से पहले इसकी वैल्यूएशन में जबरदस्त उछाल आया है। साल 2020 के बाद आइपीएल की वैल्यू में 75 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसके साथ ही आइपीएल लीग की वैल्यू अब 91 हजार करोड़ को पार कर गई है। इसके साथ ही यह डेकाकॉर्न बन गया।
क्रिकबज के अनुसार, आईपीएल 2023 की मिनी नीलामी 23 दिसंबर को कोच्चि में होगी। इससे पहले आईपीएल लीग नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। क्योंकि डी एंड पी एडवाइजरी द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार आईपीएल का इकोसिस्टम अब 11 बिलियन डालर का हो गया है।
आईपीएल बना बिजनेस का डिकाकॉर्न
आईपीएल अब एक ‘डेकाकॉर्न’ बन गया है। जिसका अर्थ है कि 10 बिलियन डालर के मूल्यांकन को पार कर लिया है। ऐसे मामलों में बिजनेस की भाषा में इसे एक डेकाकोर्न कहा जाता है। इसी रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में आईपीएल का मूल्य लगभग 6.2 बिलियन डॉलर था, लेकिन तब से लीग के साथ-साथ इसमें शामिल फ्रैंचाइजी का मूल्य दोगुना हो गया है।
दो नई फ्रेंचाइजी के चलते कमाया अधिक पैसा
2023 से 2027 तक के लिए आईपीएल का नया मीडिया अधिकार सौदा लीग के वैल्यू में भारी वृद्धि के पीछे का मुख्य कारक है। पिछले सीजन की तुलना में लीग ने 100 प्रतिशत से अधिक पैसा कमाएगा। जहां डिज्नी स्टार ने 23,575 करोड़ की राशि के साथ आईपीएल के टीवी प्रसारण अधिकारों को खरीदा। वहीं, वायकॉम18 ने 23,758 करोड़ के डिजिटल अधिकार हासिल किए। यह पहली बार था जब दो अलग-अलग संस्थाओं ने प्रसारण अधिकार जीते।
इसके अलावा आईपीएल में दो नई फ्रेंचाइजी, गुजरात टायटंस और लखनऊ सुपर जायंट्स की एंट्री 1 डालर की संयुक्त राशि पर हुई। जिसने पिछले सीजन में 6 बिलियन ने भी अभी वैल्यू को बढ़ावा दिया। अन्य कारणों में एक यह भी रहा कि पिछले सीजन में मैचों की संख्या 74 से बढ़कर 94 हो कर दी गई थी।