छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: साड़ी में फंसा पैर, गर्भवती महिला की मौत, डरकर भाग रही थी हाथियों को देखकर

मुंगेली I मुंगेली जिले के लोरमी इलाके में हाथियों का आतंक लगातार जारी है। हाथियों के हमले के कारण गुरुवार को यहां एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। वहीं दो लोग घायल भी हो गए। घटना अचानकमार टाइगर रिजर्व के वनग्राम मंजूरहा के आश्रित गांव बिसौनी में हुई।

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार तड़के हाथी गांव में आ गए और उत्पात मचाने लगे। हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज से गांववालों की नींद खुल गई। सभी डर गए। इधर कच्चे मकान में सो रहे बैगा दंपति भी उठकर बाहर आए। पति-पत्नी हाथी को देखकर दहशत में आ गए। पत्नी राजकुमारी बैगा (25 वर्ष) हाथियों से डरकर भागने लगी। इसी दौरान उसका पैर साड़ी में फंस गया और वो पेट के बल गिर गई। इससे उसे गंभीर चोट आई। महिला दर्द से छटपटाने लगी। राजकुमारी बैगा 4 महीने की गर्भवती थी।

इधर उसे एंबुलेंस की मदद से सुबह लोरमी के सामुदायिक अस्पताल इलाज के लिए लाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में बिजराकछार पहुंचते ही महिला ने दम तोड़ दिया। डाक्टरों के मुताबिक गर्भस्थ शिशु की भी मौत हो गई। वहीं हाथियों से डरकर भागते हुए 2 अन्य लोग भी गिरकर घायल हुए हैं। उन्हें भी लोरमी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। मृतका के पति दूजराम बैगा ने बताया कि 5 की संख्या में हाथियों का दल गांव में आ गया था, जिससे वहां अफरातफरी का माहौल बन गया था। इसी दौरान भागते हुए उसकी पत्नी गिरकर घायल हो गई थी और अस्पताल लाते हुए उसकी मौत हो गई।

एटीआर प्रबंधन ने दी तात्कालिक मदद

एटीआर के डिप्टी डायरेक्टर सत्यदेव शर्मा ने मृत महिला के परिजनों को तत्काल 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी है। उन्होंने आगे भी आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया है।