नई दिल्ली । कोरोना संक्रमण के शिकार हुए लोगों को लेकर एक चौंकाने वाली स्टडी रिपोर्ट सामने आई है। स्टडी में कहा गया कि यह वायरस पुरुषों में सीमेन की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। दरअसल, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के शोधकर्ताओं ने संक्रमण के प्रभाव को लेकर 30 पुरुषों पर स्टडी किया है, उसी में यह बात सामने आई। इस जांच को स्पर्म काउंट टेस्ट के नाम से जाना जाता है।
19-45 आयु वर्ग के लोगों का टेस्ट
यह अध्ययन क्यूरियस जर्नल ऑफ मेडिकल साइंस में प्रकाशित हुआ है। एम्स पटना, दिल्ली और आंध्र के मंगलागरी के शोधकर्ताओं ने मिलकर इसपर रिसर्च किया है। एम्स पटना अस्पताल में 19-45 आयु वर्ग के 30 कोरोना पुरुष रोगियों ने अक्टूबर 2020 और अप्रैल 2021 के बीच अध्ययन में भाग लिया। बुक के ऑथर ने बताया कि सीमेन व स्पर्म जांच के लिए सभी संक्रमितों का पहला सैंपल लिया गया। उनका टेस्ट किया गया। फिर, 74 दिनों के बाद दूसरा नमूना लिया गया और वही सब टेस्ट को दोहराया गया।
सीमेन की संख्या में भारी कमी
पहले सैंपल की जांच में पाया गया कि सीमेन में कोरोना तो नहीं है, लेकिन उसकी मात्रा, गतिशीलता और शुक्राणुओं की संख्या काफी हद तक कम हो गई है। वहीं, वाइट ब्लड सेल सहित कई चीजों में वृद्धि हुई है। इसके अलावा शोधकर्ताओं को दूसरे सैंपल की जांच में भी सीमेन की स्थिति कुछ बेहतर नहीं दिखाई दी। रिपोर्ट लगभग सेम थी। इसी जांच के दौरान शोधकर्ताओं ने माना कि कोरोना वायरस पुरुषों के सीमेन व स्पर्म काउंट पर बुरा असर डालता है।