नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाजी मुरली विजय काफी लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिली है। इस बात से मुरली इतने ज्यादा नाराज हो गए है कि उन्होंने बीसीसीआई (BCCI) पर अपनी भड़ास निकाली है। बता दें कि मुरली विजय ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए बीसीसीआई से अपने नाते तोड़ने की बात कही।
दरअसल, बीसीसीआई (BCCI) ने 13 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फरवरी में खेले जाने वाली टेस्ट सीरीज के लिए दो मैचों की भारतीय टीम का ऐलान किया। बीसीसीआई ने टेस्ट सीरीज में सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को एक बार फिर से नजरअंदाज किया, जिसके बाद मुरली काफई भड़के हुए नजर आ रहे है।
मुरली विजय ने स्टार स्पोर्ट्स के एक शो पर पूर्व बल्लेबाज डब्ल्यूवी रमन के साथ बातचीत से बातचीत करते हुए कहा,”मेरे बीसीसीआई से शायद अब सभी तरह के नाते समाप्त हो चुके हैं और मैं अब विदेश में मौके तलाश रहा हूं. मैं अभी भी कॉम्पिटिटिव क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मुझे लगता है इसके बाद हमें 80 साल का बुजुर्ग समझ लिया जाता है। मीडिया भी इसी तरह से हमें दिखाती है। मुझे लगता है कि मैं अभी भी अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकता हूं। लेकिन बदकिस्मती से मौके बहुत कम मिले और अब मुझे देश के बाहर मौके ढूंढने पड़ेंगे।”
इसके साथ ही मुरली विजय ने कहा कि अगर वीरेंद्र सहवाग जैसा मुझे समर्थन मिला होता तो शायद मेरे लिए चीजें अलग होती। खैर, इस पर सोचना का अब कोई मतलब नहीं. मैं अब विदेश में क्रिकेट खेलने के बारे में विचार कर रहा हूं।
ऐसा रहा है मुरली विजय का क्रिकेट करियर
मुरली विजय ने भारतीय टीम की तरफ से साल 2008 से लेकर साल 2018 तक 61 टेस्ट मैच खेले है, जिसमें उन्होंने 3982 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 12 शतक और 15 अर्धशतक ठोके। उनका उच्च स्कोर 167 का रहा। वहीं, 17 वनडे में उन्होंने एक अर्धशतक की मदद से 339 रन बनाए है, जिसमें उनका उच्च स्कोर 72 का रहा। 9 टी20 में उनके बल्ले से 169 रन निकले है।