जयपुर। राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक मामले में छोटे-मोटे दलालों की जगह सरगनाओं को पकड़ने के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बयान पर मंगलवार को मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पलटवार करते हुए जवाब दिया है। गहलोत ने कहा,पर्चा लीक मामले में जिनके वे सरगना ही हैं। नेता लोग नाम बता दें, हम उन पर भी कार्रवाई करेंगे।
पर्चा लीक करने का किया गया षड्यंत्र
हमारी यही सोच है कि जिसने पर्चा लीक करने का यह षड्यंत्र किया है। हम पर्चा लीक करने वालों तक पहुंचें। हम पहुंचें भी हैं। उन्हें आगे भी नहीं छोड़ेंगे। सीएम ने कहा कि विपक्ष के लोग पर्चा लीक मामले में नेताओं और अफसरों के झूठे नाम ले रहे हैं। जानबूझकर नेताओं को बदनाम कर रहे हैं। कोई नेता अथवा अधिकारी इस काम में शामिल नहीं है।
पर्चा लीक करने वाले फर्जी तरीके से पाते हैं नियुक्तियां
गहलोत मंगलवार सुबह जयपुर स्थित हरिश्चंद्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान में सरकार मंत्रियों और अधिकारियों के चिंतन शिविर के मौके पर मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में तो पर्चा लीक करने वाले फर्जी तरीके से नियुक्तियां पा जाते हैं। राजस्थान एकमात्र राज्य है जहां पर्चा लीक करने वालों तक हम पहुंचे हैं। कई अधिकारी निलंबित किए हैं,कुछ को बर्खास्त किया गया है।
मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में भी हुए पर्चे लीक
गिरोह के लोगों के घरों पर बुलडोजर चला है। मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में भी पर्चे लीक हुए हैं। लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं हुई।सरकार ने तीन लाख से ज्यादा नौकरियां दी है। विपक्ष चाहता है कि सरकार को इसका क्रेडिट नहीं मिले । उल्लेखनीय है कि पायलट ने सोमवार को नागौर जिले के परबतसर में कहा था कि जब भी खबर पढ़ता हूं कि हमारे प्रदेश में कभी पर्चे लीक हो गए, कभी परीक्षा निरस्त हो गई तो मन आहत होता है। पीड़ा होती है। मैं उम्मीद करता हूं कि छोटी-मोटी दलाली करने वालों के बजाय इनके जो सरगना हैं उन्हे पकड़ना चाहिए।