नई दिल्ली। कोरानावायरस के खिलाफ देश की दवा कंपनियों ने काफी तरक्की कर ली है। इसी बीच भारत में पहली बार 26 जनवरी के अवसर पर भारत बायोटेक की इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन एनकोवेक को लॅान्च किया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया गुरुवार को दुनिया का पहला मेड-इन-इंडिया (COVID-19) नेजल वैक्सीन लॉन्च करेंगे। कंपनी ने इसकी तैयारी कर ली है। बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष 23 दिसंबर को इसके प्रयोग की अनुमति दे दी थी। जानकारी के मुताबिक, फरवरी के पहले हफ्ते में यह वैक्सीन बाजार में उपलब्ध हो जाएगी।
क्लीनिकल ट्रायल में पास वैक्सीन
यह वैक्सीन इंजेक्शन के बजाय नाक में ड्राप डालकर ली जा सकेगी। इससे उन लोगों को भी राहत मिलेगी जो इंजेक्शन लगाने से डरते हैं। यह वैक्सीन 18 वर्ष से अधिक आयु वालों को दी जा सकेगी। वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल में पहले ही सीडीएल कसौली से पास हो चुकी है।
CoWin पर अभी भी यह वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। कंपनी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, iNCOVACC (r) की कीमत निजी बाजारों के लिए 800 रुपये और भारत सरकार और राज्य सरकारों को आपूर्ति के लिए 325 रुपये रखी गई है।
लॅान्च के अवसर पर कई मंत्री रहेंगे मौजूद
लॉन्च के अवसर पर, केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी; राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान; एमओएस पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष, डॉ. जितेंद्र सिंह, डॉ. कृष्णा एल्ला, कार्यकारी अध्यक्ष, भारत बायोटेक और सुचित्रा एल्ला, संयुक्त प्रबंध निदेशक, भारत बायोटेक भी उपस्थित रहेंगे।
बूस्टर डोज के रूप में लगाया जा सकता है
यह वैक्सीन अभी 18 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को ही लगाई जाएगी। 12 से 17 साल के बच्चों का भी वैक्सीनेशन चल रहा है, लेकिन वो इसे नहीं लगवा सकते। गौरतलब है कि यह वैक्सीन बूस्टर डोज के रूप में भी लगवा सकते हैं।