नई दिल्ली। बीते साल दिसंबर में ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भारत में पहले डिजिटल रुपया (Digital Rupee) के पायलेट प्रोजेक्ट को लॉन्च किया था , ताकि लेन-देन को आसान किया जा सके। एक महीने के भीतर इसे इतना पसंद किया गया कि भारत के छोटे विक्रेताओं तक इसका इस्तेमाल शुरू हो गया है।
हमेशा ही सोशल मीडिया में एक्टिव रहने वाले Mahindra & Mahindra के CEO आनंद महिंद्रा ने हाल ही में एक एक वीडियो साझा किया है, जिसमें सड़क पर फल बेचने वाला एक विक्रेता डिजिटल रुपया से भुगतान ले रहा था। आनंद महिंद्रा ने वीडियो को साझा करते हुए उस विक्रेता की तारीफ भी की।
आनंद महिंद्रा ने कही ये बात
अपने ट्विटर अकाउंट से वीडियो पोस्ट करते हुए आनंद महिंद्रा ने लिखा, “आज रिजर्व बैंक की बोर्ड बैठक में मुझे डिजिटल मुद्रा-ई-रुपया के बारे में पता चला। बैठक के ठीक बाद मैं पास के एक फल विक्रेता बच्चे लाल साहनी से मिला, जो इसे स्वीकार करने वाले पहले व्यापारियों में से एक हैं। #DigitalIndia काम कर रहा है।”
नवंबर-दिसंबर में शुरू हुआ डिजिटल रुपया
RBI ने बीते साल डिजिटल रुपया के पेटेल प्रोजेट को शुरू किया था। इसे थोक और खुदरा के रूप में लाया गया था। एक तरह जहां थोक लेन-देन के लिए डिजिटल रुपया को नंबर में शुरू किया गया था। वहीं, खुदरा डिजिटल रुपए का चलन दिसंबर, 2022 में शुरू हुआ। आरबीआई के मुताबिक, यह पेपर नोट के मुकाबले यह अधिक सुरक्षित साबित होगा और जब चाहे इसे नोट के रूप में बैंक में जमा कर सकेंगे।
सबसे पहले चार शहरों में हुआ लॉन्च
Digital Currency के पायलेट प्रोजेक्ट को चरणों में जारी किया जा रहा है। इसे सबसे पहले चार शहरों में शुरू किया गया, जिसमें मुंबई, दिल्ली, बंगलुरू और भुवनेश्वर शामिल थें। इसके बाद अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला जैसे शहरों में डिजिटल रुपए का चलन शुरू हुआ। बैंकों की बात करें तो भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक से डिजिटल रुपया में काम कर सकेंगे।