नईदिल्ली । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 अंतरराष्ट्रीय चिंता का एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल बना हुआ है। एजेंसी ने एक बयान में कहा कि महामारी के संभावित नकारात्मक परिणामों की जांच के लिए सावधानीपूर्वक प्रबंधन की जरूरत है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पहली बार घोषित किए जाने के तीन वर्ष बाद कोविड वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल बना हुआ है। इस प्रकोप के दौरान 6.8 मिलियन से अधिक लोग मारे गए हैं, जिसने दुनिया के हर एक देश को प्रभावित किया है और समुदायों और अर्थव्यवस्थाओं को तबाह कर दिया है।
आपातकाल को खत्म करने का समय अभी नही
टीकों और उपचारों के आगमन ने 2020 से महामारी की स्थिति को काफी बदल दिया है और डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि इस वर्ष आपात स्थिति समाप्त हो जाएगी, विशेष रूप से यदि वैश्विक स्तर पर इन उपायों तक पहुंच बढ़ाई जाती है तो।
टेड्रोस ने सोमवार को एक अलग बैठक में कहा कि हमें उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में दुनिया बदल जाएगी, जिसमें हम (कोविड) अस्पतालों की संख्या और मौतों को कम करके उनके न्यूनतम स्तर तक ले जाएंगे।
महामारी की स्थिति पर डब्ल्यूएचओ की विशेषज्ञ समिति के सलाहकार ने दिसंबर में रायटर को बताया कि चीन में संक्रमण की लहर को लेकर अनिश्चितता को देखते हुए आपातकाल को खत्म करने का समय शायद अभी नहीं है।