नई दिल्ली। वैज्ञानिकों को नए साक्ष्य मिले हैं, जिससे पता चलता है कि कोरोनावायरस से महिलाओं की तुलना में पुरुषों के लिए अधिक घातक क्यों है। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए इस रिसर्च में पता चलता है कि संक्रमण से महिलाओं की तुलना में पुरुषों की अधिक मौत क्यों होती है।
वैज्ञानिकों के अध्ययन में हुआ खुलासा
‘इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मॉलीक्युलर साइंसेज’ में प्रकाशित अध्ययन से पता चलता है कि कोविड-19 बीमारी से महिलाओं की तुलना में पुरुषों की स्थिति अधिक खराब होती है, क्योंकि वायरस महिलाओं में फेफड़ों के ऊतक की जगह वसा ऊतक पर अधिक आसानी से हमला करता है।
महिलाओं के फेफड़े नहीं होते ज्यादा प्रभावित
अमेरिका के हैकेंसैक मेरिडियन सेंटर फॉर डिस्कवरी एंड इनोवेशन (सीडीआई) से संबद्ध ज्योति नागज्योति ने कहा कि डेटा से पता चला कि महिलाओं में वसा ऊतक वायरस के लिए अधिक अनुकूल रहा और इस प्रकार फेफड़े ज्यादा प्रभावित नहीं हुए।
अध्ययनकर्ताओं ने क्या कहा?
अनुसंधानकर्ताओं ने वसा ऊतक के कार्य पर कोविड संक्रमण के प्रभाव और कोविड-19 मॉडल में वसा हानि पर रोग के प्रभाव का मूल्यांकन किया। अध्ययनकर्ताओं ने कहा, ‘ये आंकड़े महिलाओं की तुलना में पुरुषों में उच्च कोविड-19 संवेदनशीलता की व्याख्या करने में मदद कर सकते हैं।’