छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : नदी में मछली मारने गए युवक पर बाघ ने किया हमला, हुई मौत; ग्रामीणों में दहशत का माहौल

मनेंद्रगढ़। मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के कछौड़ गांव में बाघ ने मछली पकड़ने के लिए गए एक युवक का शिकार कर लिया है। जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। पिछले कुछ दिनों से बाघ इस इलाके में विचरण कर रहा है। इस जिले में बाघ द्वारा किसी इंसान का शिकार किए जाने की ये पहली घटना है। घटना मनेंद्रगढ़ वन मंडल के केल्हारी वन परिक्षेत्र की है।

जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम को नदी में दो युवक मछली मारने के लिए गए थे, उसी वक्त बाघ ने एक युवक पर हमला कर दिया, वहीं दूसरा ग्रामीण जान बचाकर किसी तरह वहां से भाग निकला। उसने गांव में जाकर सभी को ये बात बताई। रात का समय होने के कारण गांववाले वहां नहीं गए, लेकिन शनिवार सुबह जब लोग नदी किनारे पहुंचे, तो बाघ वहीं पर मौजूद था। इसके बाद ग्रामीणों ने शोर मचाकर बाघ को भगाया। सूचना पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। वन विभाग की टीम बाघ की तलाश में सर्चिंग अभियान भी चलाएगी।

मनेंद्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी जिले में बाघ द्वारा किसी ग्रामीण को मारे जाने की यह पहली घटना है। इससे पहले जनकपुर वन परिक्षेत्र में तेंदुए ने 3 ग्रामीणों को मार डाला था। हालांकि तेंदुए को पिंजरे में फंसाकर वन विभाग ने कानन पेंडारी भेज दिया था। अब यहां बाघ का आतंक है।

नदी किनारे मिले बाघ के पंजों के निशान

नदी के आसपास पहले भी बाघ को विचरण करते देखा गया था। जिस बाघ ने ग्रामीण का शिकार किया है, उसके पंजों के निशान नदी के किनारे मिले हैं। एसडीओ केल्हारी केएस कंवर ने कहा कि शुक्रवार शाम को टाइगर ने एक ग्रामीण को मार डाला है। मौके पर हमारी टीम पहुंची हुई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया है। बाघ ने ग्रामीण के शव को आधा खा लिया है। कमर से नीचे का हिस्सा गायब है। उन्होंने कहा कि गांववालों को सतर्क रहने के लिए समझाया गया है। हमारी टीम पेट्रोलिंग कर रही है।

यह है पूरा मामला

मनेंद्रगढ़ से जनकपुर मार्ग पर कछौड़ गांव स्थित गूंडरु नदी में युवक मछली मारने के लिए गया था, लेकिन बाघ ने उसका शिकार कर लिया। नदी के किनारे युवक का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला है। वन विभाग के कर्मचारी लगातार इस क्षेत्र में सर्चिंग कर रहे थे, साथ ही ग्रामीणों को भी शाम के बाद घर से नहीं निकलने की हिदायत दी जा रही थी, लेकिन युवक अपने साथी के साथ उस ओर चला गया। उसका साथी तो किसी तरह जान बचाने में कामयाब रहा, लेकिन इस युवक की मौत हो गई।

पिछले कुछ दिनों से इलाके में बाघ का मूवमेंट

मनेंद्रगढ़ वनमंडल के केल्हारी वन परिक्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से बाघ का मूवमेंट दिखाई दे रहा है। दरअसल 10 दिन पहले बैकुंठपुर के तमोर पिंगला अभयारण्य की 10 सदस्यीय और स्थानीय वन विभाग की टीम तेंदुए की तलाश और उसके विचरण एरिया का पता लगाने गई थी। प्रशिक्षित सदस्य हाथी के आगे और पीछे चलकर तेंदुए का विचरण एरिया चिह्नित करने में जुटी हुई है। हालांकि तेंदुआ तो टीम को नजर नहीं आया, लेकिन बाघ जरूर दिखाई दे गया।