कोरबा : कोरबा जिले में एक दुकानदार का 2 लाख रुपए का मोबाइल और लैपटॉप मेमू लोकल ट्रेन में छूट गया। जिसे RPF ने अपने कब्जे में ले लिया। आरपीएफ ने बिल देखकर उसे बुलाया और सारा सामान वापस लौटा दिया। दुकानदार लोकल ट्रेन में सारा सामान भूलकर चला गया था। व्यापारी यह सामान रायपुर से लाया था।
आरपीएफ प्रभारी आरबी यादव ने बताया कि ट्रेन आने के बाद पेट्रोलिंग पार्टी गश्त करती है। इस दौरान उन्हें लैपटॉप और मोबाइल छूटा हुआ दिखाई दिया। उन्होंने सारे सामान की जांच की, तो उसमें से सामान का बिल निकला। आरबी यादव ने बताया कि निहारिका इलाके में संचालित एक मोबाइल संचालक रायपुर से मोबाइल लेकर कोरबा आ रहा था। वो हड़बड़ी में 2 लाख रुपए का सामान भूलकर घर चला गया।
दुकानदार सुनील शर्मा ने बताया कि घर जाकर उसे जब पता चला कि वो सामान ट्रेन में भूल गया है, तो उसे उम्मीद नहीं थी कि दोबारा उसे अपना सामान किसी तरह से वापस मिलेगा। उसने सोचा कि शायद अब तक उसे कोई लेकर चला गया होगा। लेकिन RPF जवानों ने उससे संपर्क कर सामान के बारे में कहा, तो उसे विश्वास नहीं हुआ।
सुनील शर्मा कोरबा जिले के एमपी नगर के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि एक लाख की कीमत का 10 मोबाइल और 2 टैबलेट समेत करीब 2 लाख रुपए का सामान ट्रेन में छूटा था। लेकिन ट्रेन की जांच के दौरान मोबाइल और टैबलेट आरपीएफ के हाथ लग गया। बिल में सुनील का नाम और नंबर लिखा हुआ था। जिसके बाद RPF ने सुनील शर्मा की तलाश की और आरपीएफ पोस्ट में बुलाकर उन्हें मोबाइल और टैबेलेट सौंप दिया।
आरपीएफ प्रभारी आरबी यादव ने बताया कि ट्रेनों में अक्सर लोगों का सामान छूट जाता है, जिन्हें रेलवे अपने कब्जे में लेकर उनके मालिकों को लौटा देती है, लेकिन कई मामलों में सामान के वास्तविक मालिक का पता नहीं चल पाता, जिससे उनके सामान को लौटाने में समस्या होती है।