वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चेतावनी जारी की है कि 89 फीट का एस्टेरॉयड पृथ्वी के पास से गुजर सकता है। इसको लेकर नासा सहित दुनिया भर की कई अंतरिक्ष एजेंसियां अलर्ट पर हैं। नासा के मुताबिक, एस्टेरॉयड 2023 सीजे1 करीब 4.8 मिलियन किलोमीटर की दूरी से पृथ्वी के सबसे करीब पहुंचेगा। पृथ्वी की ओर आने वाला यह एस्टेरॉयड अगर प्रभावित करता है तो स्थानीय स्तर पर नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि इससे पृथ्वी पर किसी भी अनहोनी की संभावना बहुत कम है। मालूम हो कि पृथ्वी की ओर आने वाले एस्टेरॉयड में मानवीय जीवन को नुकसान पहुंचाने की क्षमता होती है। लेकिन इसके लिए एस्टेरॉयड को 96 किमी चौड़ा होना होगा।
हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल की दोगुनी गति से बढ़ रहा है आगे
पृथ्वी की ओर आने वाला एस्टेरॉयड लगभग 25755 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हमारे ग्रह की ओर आगे बढ़ रहा है, जो एक हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल की गति से लगभग दोगुनी है। अभी पृथ्वी से इसकी दूरी बहुत अधिक है। नासा इस एस्टेरॉयड के निरीक्षण और अध्ययन लिए NEOWISE जैसे अपने अंतरिक्ष दूरबीनों और वेधशालाओं का उपयोग कर रहा है। साथ ही वह इस पर लगातार नजर बनाए हुए है। नासा अटाकामा रेगिस्तान के एंटोफगास्टा क्षेत्र में स्थित अटाकामा लार्ज मिलिमीटर और सबमिलीमीटर एरे (ALMA) जैसे विभिन्न प्रकार के ग्राउंड आधारित टेलीस्कोप का भी उपयोग कर रहा है।
पृथ्वी के पास अब तक मिले करीब 28,000 एस्टेरॉयड
मालूम हो कि नासा इस प्रकार के एस्टेरॉयड के प्रभाव के जोखिम की गणना करने के लिए संतरी-द्वितीय (Sentry-II) नामक एल्गोरिदम का उपयोग करता है। इसके माध्यम से नासा इन्फ्रारेड डेटा का उपयोग करके एस्टेरॉयड के पथ को ट्रैक कर सकता है। मालूम हो कि इस तकनीक का प्रयोग करके अब तक करीब पृथ्वी के पास 28,000 एस्टेरॉयड को खोजा गया है।