नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस की एक हालिया टिप्पणी की पृष्ठभूमि में कहा कि क्या नरेन्द्र मोदी सरकार इतना कमजोर है कि सोरोस के एक बयान भर से गिर जाएगी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘भारत के लोग तय करते हैं कि कौन सरकार में होगा और कौन इससे बाहर होगा। मैं नहीं जानता था कि मोदी सरकार इतनी कमजोर है कि 92 साल के एक अमीर विदेशी नागरिक के बयान से गिर जाएगी।’
चिदंबरम ने यह भी कहा कि सोरोस नहीं, बल्कि अमेरिकी अर्थशास्त्री नुरिएल रुबिनी के इस बयान पर ध्यान देना चाहिए कि भारत में बड़े कारोबारी समूहों पर बढ़ती निर्भरता का नतीजा यह हो सकता है कि प्रतिस्पर्धा प्रभावित हो और नए उद्यमी आगे नहीं बढ़ सकें।
सोरोस ने पिछले दिनों कहा कि भारतीय व्यवसायी गौतम अडानी के कारोबारी साम्राज्य में उथल-पुथल ने निवेश के मौके के रूप में भारत में विश्वास को हिला दिया है और यह भारत में ‘लोकतांत्रिक पुनरुद्धार’ के रास्ते खोल सकता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी लोकतांत्रिक नहीं हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को सोरोस पर जोरदार हमला करते हुए उन पर न केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बल्कि भारतीय लोकतांत्रिक प्रणाली को भी निशाना बनाने का आरोप लगाया।