दुर्ग : छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने उठाईगिरी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी को पुलिस ने मध्य प्रदेश से पकड़ा। जबकि दूसरे की गिरफ्तारी यूपी के कानपुर से की गई। कानपुर से पकड़ा गया आरोपी रिक्शा चालक है। पुलिस ने उसे ई-चालान का झांसा देकर बुलाया और फिर गिरफ्तार कर लिया। इसके लिए दुर्ग पुलिस की टीम सात दिनों तक कानपुर में डेरा डाले रही। पकड़े गए दोनों आरोपियों ने छत्तीसगढ़ सहित यूपी और महाराष्ट्र में वारदातों को अंजाम दिया है।
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि, पुलिस ने कानपुर से दीवानपुर पत्थलगांव निवासी अमर उर्फ पप्पू और मध्य प्रदेश के बुढ़ार निवासी चन्द्रभान नट को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 21 हजार रुपये, एलईडी टीवी, होम थियेटर, रेसिंग बाइक सहित अन्य सामान बरामद हुआ है। अमर कानपुर में रिक्शा चलाता है। उसके घर से सारा सामान बरामद हुआ है। दोनों आरोपियों ने मिलकर दुर्ग सहित रायपुर, बालोद, धमतरी, भटगावं, अंबिकापुर, बरेली, खण्डवा, बुटीबोरी और नागपुर में उठाईगिरी की वारदात की है।
इन वारदातों को आरोपियों ने दिया अंजाम
धमधा में 7 जून को कृषि केंद्र के पास कार के सामने का कांच तोडकर 3.50 लाख रुपये चोरी किए। वहीं वारदात भी धमधा में की। इस बार एक व्यक्ति ने केसीसी लोन के लिए आवेदन किया था। उसकी रकम तीन लाख रुपये बैंक से निकालकर बाइक से अस्पताल पहुंचा। वहां बैग में रुपये रखकर बाइक पर ही छोड़ दिए। जब बाहर आया तो बैग से रुपये गायब थे। पुलिस ने दोनों घटनाओं में आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाली। इसमें दोनों आरोपियों की पहचान हो गई। पुलिस ने उनकी जानकारी जुटाई।
इस तरह से पकड़ में आए आरोपी
पुलिस को पता चला कि आरोपी अमर उर्फ पप्पू नट ई-रिक्शा चलाता है। इस पर पुलिस ने उसकी ई-रिक्शा का नंबर पर ई-चालान पेडिंग होने का बहाना बनाकर बुलाया। उसके आते ही स्थानीय पुलिस की मदद से पकड़ लिया। आरोपी ने पूछताछ में उठाईगिरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया है। उसने अपने साथी चंद्रभान नट के साथ वारदात की बात बताई। साथ ही मिले रुपयों को आपस में बांट लिया। पुलिस ने अमर की निशानदेही पर चंद्रभान को भी गिरफ्तार कर लियाI
बाइक से 300 किमी का सफर कर पहुंचे वारदात करने
पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उठाईगिरी की वारदात को अंजाम देने के बाद रात में श्मशान घाट या यात्री प्रतीक्षालय में रुकने के बाद अगले दिन बाइक से मध्यप्रदेश चले गए। आरोपी उठाईगिरी करने के लिए 300 किमी का सफर करने के बाद पहुंचे थे। पकड़े गए आरोपी पहले भी चोरी और उठाईगिरी के मामले में जेल जा चुके हैं। आरोपी चंद्रभान नट को जबलपुर में लोगों ने वारदात करते पकड़ा था। तब उसकी जमकर पिटाई भी की थी।