रायपुर : छत्तीसगढ़ में लंबे समय से लटके हुए आरक्षण बिल को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में भाजपा समर्थन करती है, लेकिन फिर एकात्म परिसर से पर्ची राजभवन जाती है। भाजपा छत्तीसगढ़ के युवाओं से खिलवाड़ कर रही है। कहा कि, विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण को संदेहास्पद बताते हुए भाजपा ने हंगामा किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि, …बात उसूलों पर आए तो टकराना जरूरी है। सीएम बघेल रविवार को बिलासपुर पहुंचे थे।
एसईसीएल के हैलीपैड पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि, पहले राज्यपाल कहती थीं कि एक घंटे में हस्ताक्षर कर दूंगी, लेकिन दो दिसंबर से मार्च आ गया। हस्ताक्षर नहीं हुए। बहुत सारी भर्ती रुकी हुई है, बहुत सारी परीक्षाएं होनी है। जब बिल प्रस्तुत होता है, तो उससे पहले राज्य सरकार और पारित होने के बाद विधानसभा की संपत्ति हो जाता है। विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित हो गया। राज्यपाल के पास गया तो वह हमसे सवाल करती हैं। इसको हमने हाईकोर्ट में चुनौती दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, इसी बात को लेकर भाजपा विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान शनिवार को बिल मुद्दे को संदेहास्पद बताया। इसका जब उन्होंने जवाब दिया तो भाजपा नेता हंगामा करने लगी और बर्हिरगमन किए। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि, जिंदा हैं तो जिंदा नजर आना जरूरी है, बात उसूलों पर आए तो टकराना जरूरी है। मुख्यमंत्री बघेल लालबहादुर शास्त्री स्कूल के मैदान में आयोजित यादव समाज के प्रांतीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे।