नई दिल्ली। आबकारी घोटाले में पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की तिहाड़ जेल में पहली रात सामान्य बंदियों की तरह बीती। रात को सोने के लिए जेल प्रशासन ने उन्हें कपड़ों के अलावा तीन नए कंबल और एक नई बेडशीट दी। फिलहाल जेल में उन्हें कोई वीआइपी सुविधा उपलबध नहीं कराई गई है।
जेल प्रशासन सूत्रों के अनुसार करीब साढ़े सात बजे खाना खाकर आने के बाद वे रात को वे थोड़ी देर से सोए। रात को खाने में उन्हें आलू-मटर की सब्जी, दाल, रोटी और चावल दिया गया।
जेल प्रशासन सूत्रों के अनुसार सामान्य प्रक्रिया के तहत जेल में जब कोई नया कैदी या बंदी आता है तो उसके ऊपर विशेष नजर रखी जाती है। यह देखा जाता है कि कहीं वह ज्यादा परेशान तो नहीं हैं। मंगलवार सुबह सिसोदिया जगने के बाद थोड़ी देर प्रार्थना की और फिर हल्का व्यायाम भी किया।
अधिकारियों के अनुसार मनीष सिसोदिया एक अंडरट्रायल कैदी हैं, इसलिए वह अपनी सुविधा और जरूरतों के अनुसार व्यक्तिगत कपड़े पहन सकते हैं। चुंकि जेल आने के दौरान, वह कोई सामान नहीं लेकर आए थे, इसलिए पहली रात के लिए उन्हें जेल से अतिरिक्त कपड़े मुहैया कराए गए। कंबल, बेडशीट, कपड़े के अलावा उन्हें एक साबुन और अन्य जरूरी चीजें भी दी गई हैं।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सिसोदिया से पूछताछ करने के लिए सुबह करीब 11 बजे ईडी की टीम जेल पहुंची। करीब सवा 11 बजे ईडी ने जेल की ड्योढ़ी में सिसोदिया से पूछताछ शुरू की। ईडी ने उनसे करीब साढ़े छह घंटे तक पूछताछ की। शाम करीब छह बजे सिसोदिया को ड्योढ़ी से दोबारा जेल ले जाया गया।