छत्तीसगढ़

मैं 199 पर खेल रहा था, ईशांत मेरे पास आए और बोले भैया मैं खेलूंगा; सहवाग ने सुनाई स्वार्थी की कहानी

नई दिल्ली। भारत के पूर्व धाकड़ ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने गुरुवार को ईशांत शर्मा को लेकर एक मजेदार किस्से का खुलासा किया है। श्रीलंका के खिलाफ साल 2008 में खेली गई नाबाद 201 रन की पारी के दौरान ईशांत द्वारा बैटिंग करने की मांग पर सहवाग ने बड़ा खुलासा किया। सहवाग ने बताया कि अगर ईशांत शर्मा उनसे बैटिंग करने के लिए नहीं कहते तो और भी रन बना सकते थे।

यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया के साथ बातचीत के दौरान सहवाग ने इस राज से पर्दाफाश किया। स्वार्थी होने के सवाल पर सहवाग ने कहा, “नकारात्मक माहौल का मतलब है कि कुछ लोग रन बनाना तो चाहते हैं, लेकिन दूसरों को असफल होते देखना भी चाहते हैं। मैं हमेशा चाहता था कि मेरे साथी और मैं दोनों रन बनाएं। मैं स्वार्थी क्यों होऊंगा?”

अगली दो गेंद पर आउट हो गए थे ईशांत शर्मा

सहवाग ने आगे कहा, “मैं आपको एक कहानी सुनाता हूं। श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच में मैं 199 पर बल्लेबाजी कर रहा था। ईशांत शर्मा मेरे साथ बल्लेबाजी कर रहे थे। मुझे पता था कि ईशांत मुरलीधरन और मेंडिस को नहीं खेल सकते। मैं उस समय सेल्फिश बन सकता था। मैं 200 तक पहुंचने के बाद ईशांत को स्ट्राइक दे सकता था, लेकिन मैंने मुरलीधरन के खिलाफ पांच गेंदें खेलीं और आखिरी गेंद पर एक रन लिया। इसके बाद ईशांत मेरे पास आए और बोले, ‘भैया, मैं खेलूंगा। आप बेवजह डर रहे हैं। मैंने कहा ठीक है, मैंने एक सिंगल लेकर 200 रन पूरे किए और उसे स्ट्राइक दे दी। ईशांत दो गेंद नहीं टिक सके। फिर मैंने उससे पूछा, पूरी हो गई मनोकामना?’

भारत ने जीता था मैच

गौरतलब हो कि उस मैच में अजंता मेडिंस और मुथैया मुरलीधरन ने शानदार गेंदबाजी की थी। दोनों ने मिलकर मैच में 15 विकेट चटकाए थे। इसके बावजूद भारत ने मैच 170 रन से जीता था। बता दें कि सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में 2 तीसरा शतक लगाने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं। सहवाग ने 6 दोहरे शतक भी लगाए हैं। उस मैच में भी वीरेंद्र सहवाग ने नाबाद 201 रन बनाए थे।