नईदिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग की चार बार की चैंपियन टीम चेन्नई सुपर किंग्स एमएस धोनी की छत्र छाया में पांचवी बार आईपीएल का खिताब जीतना चाहती है। आईपीएल 2023 में सीएसके और गुजरात टाइटंस के बीच ही 16वें सीजन का उद्घाटन होने वाला है। इससे पहले पूर्व सीएसके क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने टीम के कप्तान धोनी के खाने की आदतों को लेकर कई खुलासे किए हैं। इसके अलावा पूर्व क्रिकेटर न ड्रेसिंग रूम और कप्तान के अजीबों गरीब खाने की आदत को लेकर बात की है।
उथप्पा ने धोनी को लेकर कहा कि हम हमेशा साथ खाना खाते थे। हमारे पास एक ग्रुप था सुरेश रैना, इरफान पठान, आरपी सिंह, पीयूष चावला, मुनाफ पटेल, एमएस धोनी और मैं। हम दाल मखनी, बटर चिकन, जीरा आलू, गोबी और रोटियां ऑर्डर करते थे। लेकिन जब खाने की बात आती है तो एमएस बहुत कठोर व्यक्ति होता है। वह बटर चिकन खाते थे लेकिन चिकन के बिना, वो सिर्फ ग्रेवी के साथ! जब वह चिकन खाता तो रोटियां नहीं खाता। जब खाने की बात आती है तो वह काफी अजीब होता है”।
उस दौरान उथप्पा ने आगे बात करते हुए बताया कि धोनी को एक कप्तान के रूप में भारत और सीएसके दोनों के लिए इतनी उल्लेखनीय सफलता क्यों मिली है। उन्होंने कहा कि “धोनी के पास तेज प्रवृत्ति है और वह अपनी प्रवृत्ति का समर्थन करता है। इसलिए वह इतने सफल कप्तान रहे हैं। वो जीत हो या हार हो हर परिणाम की जिम्मेदारी खुद लेते है। वहीं अगर कोई अपनी प्रवृत्ति के कारण कोई गलत निर्णय लेता है, तो वो कुछ दिनों तक सो नहीं सकता है और वह ज्यादा सोचने भी लगता है। अगर एक अच्छे कप्तान की सहज प्रवृत्ति 10 में से 4 या 5 बार अच्छी होती है, तो धोनी की प्रवृत्ति 8 या 9 बार अच्छी होती है”।
उथप्पा ने धोनी की अन्य खूबियों के बारे में भी बताया कि “एमएस एक बहुत ही खुले व्यक्ति हैं और भले ही इससे आपको ठेस पहुंचे लेकिन वो सच बोलने में बिल्कुल झिझकते नहीं हैं। इसके अलावा पूर्व क्रिकेटर अथप्पा ने कुछ साल पहले आईपीएल नीलामी के बाद धोनी से हुई अपनी पहली बातचीत को साझा किया है। “मुझे याद है कि जब मुझे नीलामी में सीएसके द्वारा साइन किया गया था और तब उन्होंने मुझे बुलाया और कहा कि मुझे यकीन नहीं है कि आपको खेलने का मौका मिलेगा क्योंकि सीज़न अभी दूर है और मैंने इसके बारे में नहीं सोचा है। यदि आप खेलना समाप्त करते हैं, तो मैं आपको बता दूंगा। अब तक मैंने आईपीएल में 13 सफल सालों का आनंद लिया था। फिर भी उसने मुझे बताया कि उसे क्या करना है। मैं अभी भी इसकी बहुत सराहना करता हूं”।
इसके अलावा धोनी की मौजूदगी में सीएसके में अपने समय के बारे में उथप्पा ने कहा कि “पहले सीज़न में मैंने देखा कि टीम में सभी लोग उन्हें माही भाई कहते हैं। मैं उनके पास गया और पूछा कि क्या मुझे भी उन्हें माही भाई कहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे जो चाहो बुला लो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है और कृपया मुझे सिर्फ माही ही बुलाना।