रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को विपक्ष ने पीएम आवास को लेकर जहां मंत्री रविंद्र चौबे को घेरा। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर वॉकआउट भी किया। वहीं इस दौरान विधानसभा में हंसी-मंजाक और ठिठोली भी देखने को मिली। सदन में मुर्गा-मुर्गी और अंडे का मामला भी गूंजा। विधायक और मंत्री के बीच इस पर जमकर बातें भी हुईं। सदन में खूब ठहाके भी लगे।
दरअसल, विधायक धर्मजीत सिंह ने प्रदेश के गौठानों में मुर्गी पालन,अंडा उत्पादन की समस्या पर अपनी बातें रखीं। अपने क्षेत्र की समस्या से कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मैं अपने क्षेत्र में दौरे पर था। इस दौरान गौठानों को देखा। राज्य सरकार के दो अधिकारी भी साथ गए थे। गौठान की महिलाओं ने मुझे बताया कि पहले मुर्गियों को गोदरेज कंपनी का दाना देते थे, तो अंडे का उत्पादन अच्छा था। अब लोकल दाना दे रहे हैं, तो अंडे का उत्पादन घट गया है। उन्होंने कहा कि मंत्री जी क्या आप गोदरेज का दाना फिर से दिलवाएंगे?
विधायक ने कहा- पहले अंडा आया या मुर्गी ?
इस दौरान एक विधायक ने कहा कि पहले अंडा आया या मुर्गी समझ नहीं आ रहा। इस पर मजे लेते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा मेरे कक्ष में आना समझा दूंगा, ये सुनकर सभी हंसने लगे। धर्मजीत के सवाल पर रविंद्र चौबे मुस्कुराते हुए बोले कि कौन दो आईएएस आपके साथ गए थे पता करता हूं। वो मुर्गियों से बात किए कि नहीं, पहले ज्यादा अंडा देती थी, अब कम दे रही हैं। विभाग में चर्चा करूंगा, पहले कौन सा फीड देते थे?
हंसी मजाक से गूंजा सदन
उन्होंने कहा कि कहीं मुर्गियां ज्यादा उम्र होने की वजह से तो कम अंडा नहीं दे रही हैं। इस पर धर्मजीत सिंह ने कहा कि सभी मुर्गियां हैं जवान है, उम्र की बात ही नहीं है। सौरभ सिंह ने कहा कि मुर्गियों से बात करिए कि वो कौन सा दाना खाकर ज्यादा अंडा देंगी। चरणदास महंत ने कहा कि पहले वाला दाना 40 रुपए किलो था, अब 20 रुपए वाला दे रहे हैं इसलिए आधा हो गया है। रविंद्र चौबे ने कहा कि मुर्गियों से बात करेंगे।
धर्मजीत ने सुनाया एक किस्सा
इस दौरान धर्मजीत ने एक किस्सा बताते हुए कहा कि एक बार एक अधिकारी पोल्ट्री फॉर्म गए थे। सभी मुर्गियों से कहा कि अंडा दो वर्ना ठीक नहीं होगा। ये देखकर सभी मुर्गियों ने 5-6 अंडे दिए पर एक ने सिर्फ एक ही दिया। अधिकारी ने मुर्गी से पूछा तुमने एक ही अंडे क्यों दिया? इस पर मुर्गी ने कहा कि आपके डर से मैंने एक ही दिया। वैसे मैं मुर्गा हूं। यह सुनकर विधानसभा के सभी सदस्य जमकर ठहाके लगाने लगे। वहीं अमरजीत भगत ने कहा कि विपक्ष वाले मुर्गियों को अंडा देने नहीं दे रहे हैं।