नईदिल्ली : पिछले साल वनडे क्रिकेट में भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का लाजवाब परफॉर्मेंस रहा. उन्होंने 22 वनडे मुकाबलों में 34.40 की औसत और 74 के स्ट्राइक रेट से 688 रन जड़े. इस दौरान उन्होंने 6 अर्धशतक भी जड़े. इस लाजवाब परफॉर्मेंस के बावजूद पिछल चार वनडे सीरीज में उन्हें भारतीय टीम की स्क्वाड में जगह नहीं मिल पाई. अब शिखर ने भारतीय टीम से बाहर होने पर अपनी बात रखी है.
शिखर ने कहा है, ‘क्रिकेट में यह चीज़ नई नहीं है. और ऐसा भी नहीं है कि यह सिर्फ मेरे साथ हुआ है. कई खिलाडियों को इन चीज़ों का सामना करना पड़ा है. क्रिकेट में ऐसा होता है कि आप सालभर शानदार प्रदर्शन करो और फिर एक या दो महीने आपके प्रदर्शन में गिरावट आए और वह आपके सालभर के अच्छी परफॉर्मेंस पर भी भारी पड़ जाए. ऐसे में जब कप्तान, कोच और सिलेक्टर्स कोई फैसला लेते हैं तो वह आपके बारे में बहुत एनालिसिस करते हैं.’
‘जब इशान ने दोहरा शतक लगाया तो..’
धवन कहते हैं, ‘जब रोहित शर्मा कप्तान बने तो उन्होंने और कोच राहुल द्रविड़ ने मुझे काफी सपोर्ट किया. उन्होंने मुझे कहा कि वे लोग चाहते हैं कि मेरा फोकस अगले वनडे वर्ल्ड कप पर रहे. 2022 मेरे लिए बहुत अच्छा रहा. वनडे में मेरे परफॉर्मेंस में नियमितता रही. लेकिन यहां एक युवा भी है, जो दो फॉर्मेट में लाजवाब खेल रहा है. जब एक या दो सीरीज में मेरी लय थोड़ी खराब रही तो उन्होंने शुभमन को मौका दिया और वह उम्मीदों पर खरा उतरा. हम लोग इस तरह की परिस्थियों के आदी हैं. जब इशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा तब तो एक पल के लिए मुझे लग गया था कि मैं अब टीम से बाहर हो सकता हूं.’