जांजगीर। जांजगीर-चांपा जिले में पुलिस ने नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों आरोपी लोगों को शादी डाट कॉम में नौकरी लगवाने का झांसा देते थे। फिर उनका खाता खुलवाकर रुपये हड़प लेते। आरोपियों ने बताया कि उन्हें अपने महंगे शौक पूरे करने थे। इसके चलते ठगी का काम उन्हें सही लगा। नवागढ़ थाना पुलिस ने आरोपियों से बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, मोबाइल, लैपटॉप, ग्राहकों की पास बुक, कंपनी संबंधित दस्तावेज और बैनर-पोस्टर जब्त किए हैं।
खाता खुलवाने ले गया झारखंड
थाना प्रभारी विवेक पांडेय ने बताया कि, रामचरण यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि मिसदा का रहने वाले क्रांति कुमार कश्यप से उसका पुराना परिचय था। एक दिन वह घर आया और कहा कि शादी डाट कॉम में नौकरी लगवा देगा। इसके लिए पांच हजार रुपये लगेंगे और खाता खुलवाना होगा। उसकी बातों में आकर युवक तैयार हो गया। इसके बाद क्रांति गांव के ही सोमनाथ साहू और उसे लेकर झारखंड के जमशेदपुर पहुंचा। वहां इंडसइंड बैंक में रामचरण और दो अन्य लोगों का खाता खुलवाया गया।
युवक की पासबुक व अन्य दस्तावेज रख लिए
रामचरण ने पुलिस को बताया कि खाता खुलवाने के बाद उसकी पासबुक और अन्य दस्तावेज क्रांति ने अपने पास ही रख लिए। जब रामचरण यादव के मोबाइल पर बैंक से मैसेज आने लगा तो उसे पता चला कि खाते से लेनदेन चल रहा है। इस पर उसने क्रांति कुमार से पूछताछ की तो बोला कि मैसेज आना बंद हो जाएगा। इस पर रामचरण को संदेह हुआ और उसने खाता बंद करा दिया। उस समय खाते में पांच लाख 21 हजार रुपये थे। इसके बाद क्रांति अपने दो साथियों के साथ आया और रुपये मांगे।
किराये पर देते थे दूसरों के बैंक खाते
रामचरण ने रुपये लौटा दिए। आरोप है कि इसके बाद भी क्रांति और उसके साथ फिर से रुपये मांगने लगे। नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी मिसदा निवासी क्रांति कुमार कश्यप व कुरीयारी निवासी योगेश सावरा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों आरोपियों से ठगी का खुलासा हुआ। यह भी पता चला कि पैसे के लेनदेन के लिए कुछ लोगों को दूसरे के नाम के बैक खातों की जरूरत होती है। ऐसे में आरोपी उन्हें 30 से 40 हजार रुपये महीना में किराये से देते थे।
कंपनी नहीं चली तो ठग बन गए
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि शौक पूरा करने के लिए महंगी कार, मोबाइल, महंगे कपडे, घर लेने के लिए पैसों की जरूरत थी। इसके लिए शादी डाट कॉम जैसी कंपनी भारतीय रिश्ते और लक्ष्मी इन्फो सर्विस नाम से ऑनलाइन कंपनी खोली। झारखंड के जमशेदपुर में ऑफिस बनाया, लेकिन कंपनी से खास फायदा नहीं हुआ। इस पर आरोपियों ने नौकरी के नाम पर ठगी करना शुरू कर दिया। इसमें क्रांति कुमार कश्यप के साथ योगेश्वर और उनका अन्य साथी शामिल हुआ।