नई दिल्ली: पंजाब किंग्स के नए कोच ट्रेवर बेलिस इंडियन प्रीमियर लीग के खिताबी सूखे को खत्म करने के लिए बल्लेबाजी के दौरान आखिरी ओवरों में तेजी से रन बनाने और गेंदबाजी के दौरान बीच के ओवरों में अधिक विकेट चटकाने जैसे पहलुओं में सुधार करना चाहते है। आईपीएल के पिछले सत्र में पंजाब की टीम छठे पायदान पर रही थी। टीम सिर्फ एक बार 2014 में इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है।
बेलिस विश्व कप विजेता कोच है और उनके मार्गदर्शन में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेअर) ने आईपीएल के दो खिताब जीते है। पंजाब किंग्स को उम्मीद है कि उनके आने से टीम के प्रदर्शन में निरंतरता आएगी। शिखर धवन, कगिसो रबाडा, सैम करन, लियाम लिविंगस्टोन और अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी से पंजाब की टीम कागजों पर मजबूत दिख रही है। टीम ने करन को इस साल की शुरुआत में हुई नीलामी में रिकॉर्ड 18.50 करोड़ रुपये में खरीदा था।
ऑस्ट्रेलिया के 60 वर्षीय कोच ने आईपीएल की तैयारियों और खिलाड़ियों से उनकी अपेक्षाओं के बारे में बात की। बेलिस ने कहा, ‘पिछले साल हमें ऐसे बल्लेबाजों की कमी खली थी जो आखिरी ओवरों में तेजी से रन बना सके। यही कारण था कि हमने सैम करन जैसे युवा हरफनमौला को टीम में शामिल करने का फैसला किया। उससे मध्यक्रम की बल्लेबाजी मजबूत होगी और वह एक विश्व स्तरीय गेंदबाज भी है।’
उन्होंने कहा, ‘बल्लेबाजी के दृष्टिकोण से, हम चाहते हैं कि शीर्ष क्रम के खिलाड़ी 70-80 रन की पारी खेले, जिससे मध्य क्रम का काम आसान हो जाएगा।’ पंजाब किंग्स की टीम मोहाली में अभ्यास कर रही है जहां केकेआर के खिलाफ टीम अपना शुरुआती मुकाबला खेलेगी। बेलिस टीम में दबाव मुक्त माहौल बनाने के लिए काम कर रहे हैं क्योंकि सफलता के लिए यह जरूरी है।
उन्होंने कहा, ‘उन्हें इस खेल से लगाव है इसलिए मैं चाहता हूं कि वे खेल को उसी अंदाज में खेले जिस चीज के लिए वे इससे जुड़े थे।’ उन्होंने कहा, ‘यह सफलता की गारंटी नहीं देता है लेकिन हम इसका लुत्फ उठाएंगे और अपने चेहरे पर मुस्कान के साथ खेलेंगे लेकिन जब हमें जरूरत होगी तो हम अभ्यास के दौरान कड़ी मेहनत करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘ गेंदबाजी के नजरिए से देखे तो अगर आप बीच के ओवरों में विकेट चटकाते है तो आपको हराना काफी मुश्किल होगा। बीच के ओवरों में विकेट निकालना काफी जरूरी है।’