छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : मंदिर में भक्तों की पिटाई, महिलाओं के बाल पकड़कर खींचे, डोम शेड हटाने पहुंची BSP की टीम विरोध पर भड़की

भिलाई। छत्तीसगढ़ के भिलाई में सेक्टर 9 स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण में शनिवार सुबह बीएसपी के कर्मचारियों और भक्तों के बीच जमकर मारपीट हुई। बीएसपी की टीम वहां बन रहे डोम शेड निर्माण को रोकने पहुंची थी। निर्माण रोकने पर वहां मौजूद पुजारी और भक्तों ने विरोध किया। विरोध इतना बढ़ गया कि बीएसपी की टीम ने भक्तों और पुजारी को पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान महिलाओं तक को बुरी तरह पीटा गया।

दरअसल बिना बीएसपी की अनुमति के डोम शेड का निर्माण किया जा रहा है। नगर सेवा विभाग के अधिकारी अपनी पूरी टीम के साथ डोम शेड निर्माण को रोकने पहुंचे थे। जैसे ही वो लोग निर्माण को रोकने लगे, वहां मौजूद पुजारी और भक्तों ने बीएसपी की कार्रवाई का विरोध किया। इस पर दोनों में पक्षों झूमा झटकी हो गई। झगड़ा इतना बढ़ गया कि, बीएसपी की टीम ने वहां मौजूद महिलाओं और पुरुषों को बुरी तरह पीटा।

डोम शेड निर्माण को रोककर बीएसपी ने लगाया था अपना बोर्ड

डोम शेड निर्माण को रोककर बीएसपी ने लगाया था अपना बोर्ड

इस झगड़े को दौरान बीएसपी के अधिकारी केके यादव भी वहां मौजदू थे। जब उनसे इस संबंध में बात करने के लिए कॉल किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद बीएसपी के पीआरओ प्रशांत तिवारी को भी फोन किया गया तो उनके द्वारा भी कोई जवाब नहीं दिया गया।

वायरल हो रहा मारपीट का वीडियो
बीएसपी के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा पुजारी और भक्तों को पीटने का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है किस तरह महिलाओं के बाल खींच-खींच कर मारा गया है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बीएसपी के कर्मचारी और गार्ड लोगों को किस तरह मार रहे हैं। और गलत शब्दों का उपयोग भी किया जा रहा है।

मंदिर प्रांगण में हुई जमकर मारपीट

मंदिर प्रांगण में हुई जमकर मारपीट

थाने में की गई लिखित शिकायत
पूरी घटना में जो लोग घायल हुए हैं, उन्होंने भिलाई नगर थाने में इसकी शिकायत की गई है। पुलिस ने उन्हें मुलाहिजा के लिए भेजा है।

मारपीट करने की नीयत से पहुंचे थे बीएसपी के अधिकारी
मंदिर के पुजारी और भक्तों का आरोप है कि बीएसपी के अधिकारी पहले से ही मारपीट करने की प्लानिंग बनाकर आए थे। बीएसपी की टीम जब भी कहीं कार्रवाई करने जाती है। तो उनके साथ तहसीलदार और पुलिस की टीम रहती है। इस बार बीएसपी के अधिकारी बिना पुलिस के साथ पहुंची थी। इससे साफ है कि वो मारपीट करने की योजना के साथ वहां पहुंचे थे।

पहले भी तोड़ चुके है मंदिर
बीएसपी प्रबंधन ने इससे पहले भी सेक्टर 8 स्थित मंदिर को जेसीबी से तोड़ दिया था। जिससे पूरे क्षेत्र के नागरिकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा था और लोगों में आक्रोश फैल गया था। बाद में बीएसपी प्रबंधन ने अपनी गलती मानी और सार्वजनिक रूप से माफी मांगे थे।