हरदोई। जिले में विकास खंड अहिरोरी के ग्राम कुइया बढयनपुरवा,पट्टी, सलेमपुर फत्तेपुर, ढही व नयागांव में तीन वर्षों से मक्खियों के चलते युवाओं की शादी नहीं हो पा रही हैं। यहीं नहीं जिनकी शादी हो चुकी हैं, उनकी पत्नियां मायके से नहीं आ रहीं हैं।
इनका कहना है कि गांव से मक्खियों के चलते रहना मुश्किल है। ऐसे में पहले वहां मक्खियां कम हों, तभी ससुराल जाना हो पाएगा। क्षेत्र के इन गांव में करीब 20 हजार की आबादी रहती है। ग्रामीणों के अनुसार प्रताप नगर-हरदोई मार्ग पर बढ़ईयनपुरवा के पास में एक पोल्ट्री फार्म है।
इससे वहां पर गंदगी रहती है और वहां पर मृत मुर्गियों का आस-पास ही फेंक दिया जाता है। इससे वहां पर मक्खियों की संख्या अधिक हो गई है, जो गांव में घरों के अंदर घुस जाती हैं। इससे खाना पकाना और खाना भी मुश्किल है।मक्खियों के कारण गांव में रहने वालों से लोग दूरी बनाने लगे हैं।
युवाओं की पत्नियां छोड़ गई हैं गांव
उनके घर रिश्तेदारों का आना कम हो गया है। कुछ लोग गांव छोड़कर बच्चों के कारण दूसरी जगह रहने चले गए हैं। 10 अधिक युवाओं की पत्नियां गांव छोड़कर मायके चली गई हैं। उनका कहना है कि पहले मक्खियों का इलाज हो, तभी गांव जाएंगी। गांव के लोगों से कोई रिश्ता नहीं जोड़ना चाहता है। इससे गांव के लोग परेशान हैं।
ग्रामीणों की व्यथा, नहीं हो रही सुनवाई
ग्रामीणों का कहना है कि हम लोगों के लिए शादी के रिश्ते आते हैं, मगर मक्खियों के कारण वापस हो जाते हैं। दूसरे गांव की बेटी यहां आने के लिए तैयार नहीं हो रही हैं। गांव के ही मुंगालाल, अनुज, शारदा, मुलायम, शिवराज ने बताया कि उनकी शादी तीन वर्ष पूर्व हुई थी।
पत्नियां कहती हैं- कहीं और जाकर रहो
उनकी पत्नियां मक्खियों के कारण गांव नहीं आ रही हैं। पत्नियों का कहना है कि हमें गांव में नहीं रहना है। कहीं और जाकर रहो, तब आऊंगी। गांव की पुष्पा, राम देवी, सुमन, राम कुमारी, श्यामा, पूनम ने बताया कि अगर समस्या से निजात नहीं मिलता, तो वे लोग भी दो-चार दिन में मायके रहने चली जाएंगी।
छात्रों को भी हो रही है दिक्कत
वहीं, छात्र सत्यवान, नितिन, विकास, आकाश, रोहित, धर्मराज ने बताया कि मक्खियों के कारण वे लोग दिन में पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। रात में लाइट गायब हो जाती है। इससे उनको पढ़ाई करने में समस्या आ रही है। जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करना चाहिए।
ग्रामीणों की परेशानी के विषय में जानकारी नहीं है। यदि इन गांवों में ऐसे हालात हैं, तो खुद जाकर देखूंगी और समस्या का निस्तारण कराऊंगी। -स्वाति शुक्ला, एसडीएम सदर