नई दिल्ली । देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य मंत्रालय के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। कई राज्यों में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुरानी पाबंदियों को एक बार फिर से लागू किया जा रहा है। इसमें केरल भी शामिल हैं। यहां गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
कोरोना से ज्यादातर 60 साल से ऊपर के लोगों की हुई मौत
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कोविड-19 की स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से संबंधित मौतें ज्यादातर 60 साल से ऊपर के लोगों और मधुमेह जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों की होती हैं। केरल में शनिवार को कोरोना के 1801 नए मरीज सामने आए।
पुदुचेरी में सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना अनिवार्य
केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में 7 अप्रैल से सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। यह फैसला कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लिया गया है। जिला कलेक्टर ई वल्लवन ने यह जानकारी दी।
देश में शनिवार को मिले 6155 मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, शनिवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना के 6155 नए मामले सामने आए। इससे पहले, शुक्रवार को 6,050 मामले सामने आए थे। सक्रिय मामलों की संख्या भी बढ़कर 31,194 हो गई है। वहीं, मृतकों की संख्या बढ़कर 5,30,954 हो गई है। अब तक देश में कोरोना से 4 करोड़ 47 लाख 51 हजार 259 रोग संक्रमित हो चुके हैं।
10 और 11 अप्रैल को अस्पतालों में होगी मॉक ड्रिल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक में कोविड-19 को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा की गई और 10-11 अप्रैल को अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का फैसला लिया गया। मांडविया ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सतर्क रहने, टेस्टिंग व जिनोम सिक्वेंसिग बढ़ाने और अस्पतालों को तैयार रहने का निर्देश दिया है।