नई दिल्ली। आईपीएल 2023 सीजन शुरू होने से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने खिलाड़ियों के वर्कलोड को लेकर एक बड़ा बयान दिया था. रोहित ने कहा था कि फ्रेंचाइजियों और खिलाड़ियों पर निर्भर करता है कि क्या वे IPL के दौरान वर्कलोड मैनेज करना चाहते हैं और आराम लेना चाहते हैं. पिछले कुछ महीनों में भारतीय खिलाड़ियों के चोटिल होने के बढ़ते मामलों को देखते हुए रोहित ने ये बात कही थी. अब BCCI के एक बड़े अधिकारी ने रोहित का नाम लिये बिना इस पर जवाब दिया है.
साल के हर महीने क्रिकेट सीरीज या टूर्नामेंटों में व्यस्त रहने वाली टीम इंडिया में पिछले एक-दो साल के अंदर सीनियर खिलाड़ियों की चोट के कई मामले आए हैं. हाल ही में श्रेयस अय्यर पीठ की चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच के बीच में ही बाहर हो गए थे. वहीं जसप्रीत बुमराह तो कई महीनों से मैदान पर नहीं लौटे हैं.
IPL को निशाना बनाना आसान
चोट के कारण ये दोनों खिलाड़ी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से बाहर हो गए हैं जबकि वर्ल्ड कप में खेलना भी तय नहीं है. ऐसे में दो महीने के आईपीएल को फैंस और कई विशेषज्ञ निशाना बनाते रहे हैं. कई बार कहा जा चुका है कि खिलाड़ियों को आईपीएल के दौरान ब्रेक लेना चाहिए. हालांकि आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल ने इसको एकदम गलत बताया है और उल्टे आरोप लगाए हैं कि आईपीएल को निशाना बनाना आसान है.
‘कोहली को नहीं लगी चोट’
धूमल ने आईपीएल को खिलाड़ियों की चोट की वजह बताने की आलोचना की. बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि भारत में पैसा कमाने वालों को संदेह की नजरों से देखा जाता है. धूमल ने पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली का उदाहरण दिया और कहा कि वो कई साल से खेल रहे हैं लेकिन कभी चोटिल नहीं हुए. इसी तरह उन्होंने रवींद्र जडेजा और मोहम्मद शमी का भी उदाहरण दिया.
फिटनेस स्तर सुधारें खिलाड़ी
धूमल ने श्रेयस अय्यर का जिक्र किया, जो आईपीएल में खेलने से पहले ही चोटिल हो गए थे और पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को तो चोट लगती ही रहती है. आईपीएल चेयरमैन ने खिलाड़ियों के फिटनेस स्तर में सुधार की जरूरत बताई. हालांकि उन्होंने ये बात मानी कि बीसीसीआई और नेशनल क्रिकेट एकेडमी ने फ्रेंचाइजियों के साथ मिलकर खिलाड़ियों की फिटनेस पर करीबी नजर रखी है.