नईदिल्ली : राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपरकिंग्स को तीन रन से हराकर टूर्नामेंट में तीसरी जीत हासिल की है। इस मैच में जीत के साथ ही राजस्थान की टीम अंक तालिका में शीर्ष पर आ गई है। राजस्थान रॉयल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 175 रन बनाए थे। इसके जवाब में चेन्नई की टीम छह विकेट खोकर 172 रन ही बना पाई और मैच तीन रन से हार गई। इस मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी और रवींद्र जडेजा की जोड़ी संदीप शर्मा के खिलाफ आखिरी तीन गेंदों में सात रन नहीं बना पाई।
राजस्थान के लिए जोस बटलर ने 52 और देवदत्त पडीक्कल ने 38 रन की पारी खेली। अश्विन और हेटमायर ने 30-30 रन बनाए। चेन्नई के लिए रवींद्र जडेजा, आकाश सिंह और तुषार देशपांडे ने दो-दो विकेट लिए। मोईन अली को एक विकेट मिला। वहीं, चेन्नई के लिए डेवोन कॉन्वे ने 50, महेंद्र सिंह धोनी ने 32 और अजिंक्य रहाणे ने 31 रन की पारी खेली। जडेजा 25 रन बनाकर नाबाद रहे। राजस्थान के लिए अश्विन और चहल ने दो-दो विकेट लिए। जैम्पा और संदीप शर्मा को एक विकेट मिला।
जायसवाल जल्द आउट हुए
महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल में अपने कप्तानी के दो सौवें मैच में टॉस जीतकर राजस्थान को बल्लेबाजी के लिए बुलाया। तीसरे ही ओवर में तुषार देशपांडे ने यशस्वी जायसवाल (10) को आउट कर दिया। यहां से देवदत्त पडिक्कल ने अच्छे हाथ दिखाते हुए राजस्थान को पावरप्ले में 50 के पार पहुंचाया। यहां उन्हें स्लिप में मोईन अली ने जीवनदान भी दिया। राजस्थान ने पावरप्ले में एक विकेट पर 57 रन बनाए, जिसमें खतरनाक जोस बटलर का योगदान 17 रन था।
जडेजा ने राजस्थान की तेजी पर लगाया ब्रेक
पावरप्ले खत्म होते ही बटलर ने हाथ दिखाने शुरु कर दिए। उन्होंने मोईन के ओवर में लगातार दो छक्के लगाए इस ओवर में 18 रन आए, लेकिन अगले ओवर में रवींद्र जडेजा ने करिश्माई गेंदबाजी की। पहले उन्होंने 26 गेंद में 38 रन बनाने वाले देवदत्त को आउट किया। जोस बटलर और देवदत्त पडिक्कल के बीच दूसरे विकेट के लिए 41 गेंद में 77 रन की साझेदारी की। एक गेंद बाद ही जडेजा ने कप्तान संजू सैमसन को बेहतरीन गेंद पर बोल्ड किया।
मोईन अली ने छोड़ा कैच
राजस्थान की हालत और भी खराब होती अगर मोईन स्लिप में अश्विन का कैच ले लेते। जडेजा ने पहले ओवर में 11 रन दिए थे। बाद के तीन ओवर में उन्होंने 10 रन दिए और दो विकेट लिए। अश्विन ने कैच छूटने का फायदा उठाया और पहला आईपीएल मैच खेल रहे आकाश सिंह पर लगातार दो छक्के लगाए। उन्हें आकाश ने 30 के निजी स्कोर पर मगाला के हाथों कैच कराया।
अंतिम पांच ओवर में बने 40 रन
विकेट गिरने की हड़बड़ाहट में जोस बटलर अपना स्वभाविक खेल नहीं दिखा पा रहे थे। हालांकि इस दौरान उन्होंने आईपीएल में 85वीं पारी में अपने तीन हजार रन पूरे किए। उनसे कम पारियों में तीन हजार रन क्रिस गेल ने 75 और केएल राहुल ने 80 पारी में बनाए हैं। उन्होंने 33 गेंद में आईपीएल में अपना 23वां अर्धशतक भी पूरा किया। तुरंत बाद ही बटलर 36 गेंद में 52 रन बनाकर आउट हुए। हेटमायर ने अंतिम ओवर में दो छक्के लगाए, लेकिन चेन्नई ने वापसी की और अंतिम पांच ओवर में सिर्फ 40 रन देकर चार विकेट झटके। शिमरन हेटमायर ने 30 रन की पारी खेली।
चेन्नई की खराब शुरुआत
176 रन के स्कोर का पीछा करते हुए चेन्नई की शुरुआत बेहद खराब रही। ऋतुराज गायकवाड़ सिर्फ आठ रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद रहाणे और कॉन्वे ने अर्धशतकीय साझेदारी कर चेन्नई की पारी संभाली, लेकिन रहाणे 19 गेंद में 31 रन बनाकर अश्विन का शिकार बने। इस समय टीम का स्कोर 78 रन था। इसके बाद अश्विन ने शिवम दुबे को भी आठ रन के स्कोर पर विकेटों के सामने फंसाया। अश्विन की गेंद लेग स्टंप के बाहर जा रही थी, लेकिन दुबे ने रिव्यू नहीं लिया और आउट हो गए।
मोईन अली भी सात रन और अंबाती रायुडू एक रन बनाकर आउट हो गए। राजस्थान के स्पिन गेंदबाजों के सामने चेन्नई के बल्लेबाज संघर्ष करते रहे और डेवोन कॉन्वे भी 38 गेंद में 50 रन बनाकर चहल का शिकार बने। 15 ओवर में 113 रन पर छह विकेट गंवाकर चेन्नई की टीम संघर्ष कर रही थी। इसके बाद धोनी और जडेजा ने मिलकर पारी संभाली। दोनों ने 30 गेंद में 59 रन जोड़े, लेकिन संदीप शर्मा के आखिरी ओवर की तीन गेंदों में ये दोनों सात रन नहीं बना पाए। इसी के साथ चेन्नई को हार का सामना करना पड़ा।
अश्विन के 16वें ओवर में सिर्फ चार रन बने और अगले ओवर में चहल ने भी सिर्फ पांच रन ही दिए। जैम्पा के 18वें ओवर में धोनी ने एक चौका और एक छक्का लगाकर 14 रन बटोर लिए। होल्डर के 19वें ओवर में जडेजा ने दो छक्के और एक चौका लगाकर 19 रन बटोर लिए। अब आखिरी ओवर में जीत के लिए चेन्नई को 21 रन चाहिए थे। संदीप शर्मा ने पहले दो वाइड गेंदें की और धोनी ने अगली तीन गेंदों में दो छक्के लगा दिए। चेन्नई को जीत के लिए अगली तीन गेंदों में सात रन चाहिए थी, लेकिन धोनी और जडेजा ये रन नहीं बना पाए। यह चार मैचों में चेन्नई की दूसरी हार है। वहीं, राजस्थान चार में से तीन मैच जीत चुकी है।