नईदिल्ली : भारत और दिल्ली के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत कार दुर्घटना के बाद अब धीरे-धीरे सार्वजनिक जगहों पर नजर आने लगे हैं। गुजरात टाइटंस के खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स के मैच के दौरान वह दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में नजर आए थे। तब वह पहली बार दुर्घटना के बाद किसी स्टेडियम में दिखे थे। अब पंत बेंगलुरु पहुंच गए हैं। वहां उन्होंने अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के ट्रेनिंग सेशन के दौरान साथियों का हौसला बढ़ाया। पंत बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) से जुड़ने के लिए गए हैं। वह कुछ दिनों में हल्की ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं।
दिल्ली कैपिटल्स की टीम मौजूदा सीजन में चार मैच हार चुकी है। उसे पहली जीत का इंतजार है। वह अंक तालिका में सबसे नीचे 10वें पायदान पर है। दिल्ली का अगला मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) से शनिवार (15 अप्रैल) को है। दोनों टीमें आरसीबी के होमग्राउंड एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में आमने-सामने होंगी।
दिल्ली कैपिटल्स को पहले मैच में लखनऊ सुपर जाएंट्स, दूसरे मैच में गुजरात टाइटंस, तीसरे मैच में राजस्थान रॉयल्स और चौथे मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है। इस सीजन में ऋषभ पंत चोट के कारण नहीं खेल रहे हैं। उनके स्थान पर डेविड वॉर्नर टीम की कप्तानी कर रहे हैं।
दिल्ली कैपिटल्स को सीजन में पहली जीत की तलाश है। ऐसे में पंत अपने साथियों का हौसला बढ़ाने के लिए बेंगलुरु पहुंचे हैं। अब देखना है कि वह शनिवार को होने वाले मुकाबले के दौरान स्टेडियम में मौजूद रहते हैं या नहीं।
इससे पहले ऋषभ पंत चार अप्रैल को गुजरात के खिलाफ मैच देखने के लिए दिल्ली के होमग्राउंड अरुण जेटली स्टेडियम में नजर आए थे। पंत को कार से स्टेडियम लाया गया था। उन्हें दो-तीन लोगों ने सहारा देकर कार से बाहर निकाला था। पंत उसके बाद फिर वॉकिंग स्टिक के सहारे आगे बढ़ गए थे। वह स्टैंड में बैठकर मैच देखते हुए नजर आए थे। मैच के दौरान उनके चेहरे पर मुस्कान ने फैंस का दिल जीत लिया। उन्हें दिल्ली कैपिटल्स के मालिक पार्थ जिंदल ने सहारा दिया था। इसके अलावा पंत से मिलने बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला भी पहुंचे थे।
पिछले साल दिसंबर महीने के अंत में उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई थी। इसके बाद उनकी कार में आग लग गई थी। हालांकि, पंत से इससे बाहर निकलने में सफल रहे थे। हादसे के बाद उन्हें कई सर्जरी करानी पड़ी हैं। उनके पैर में फ्रैक्चर हुआ था। इसे ठीक होने में समय लगेगा। पंत अभी भी किसी सहारे की मदद से ही चल पा रहे हैं।