पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को जाति आधारित गणना के दूसरे चरण की शुरुआत की। सीएम नीतीश ने इसकी शुरुआत अपने पैतृक आवास बख्तियापुर से की। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार के साथ उनके भाई-बेटा और परिवार के अन्य सदस्य साथ में रहे। सीएम नीतीश कुमार ने अपने और अपने परिवार से जुड़े 17 सवालों के जवाब दिए। इसके बाद नीतीश कुमार ने बजाप्ता फॉर्म को देखा और उस पर साइन किया।
नीतीश कुमार के बडे भाई ने क्या कहा
जातीय जनगणना के बाद कर्मचारी नीतीश कुमार के पैतृक आवास से चले गए। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात की और पटना के लिए निकल गए। सीएम नीतीश कुमार के बाद उनके बड़े भाई सतीश कुमार ने पत्रकारों से बात की। सीएम नीतीश कुमार के बड़े भाई सतीश कुमार ने बताया कि कर्मचारी आये थे। उन्होंने गणना किया और चले गए। जब उनसे पूछा गया कि जाति भी पूछे। सतीश कुमार संकोच के लहजे में कहा कि हां… वो तो पूछा ही गया। जब उनसे पूछा गया कि जातीय जनगणना से फायदा होगा? इस पर सतीश कुमार ने कहा कि ये हम नहीं कह सकते। आप लोग विश्लेषण करते हैं। इसी बीच पीछे से आवाज आती है कि फायदे के लिए ही न सब होता है।
देश का नेता कैसा हो…
इससे पहले नीतीश कुमार जातिगत गणना के दूसरे चरण की शुरुआत करने पटना से बख्तियारपुर पहुंचे। सीएम नीतीश जैसे ही पैतृक गांव पहुंचे, ‘विकास पुरूष जिंदाबाद’ और ‘देश का नेता कैसा हो-नीतीश कुमार जैसा हो’ के नारे लगने लगे। इसी बीच प्रधानमंत्री वाला नारा लगने लगा। इस पर नीतीश कुमार ने हाथ जोड़कर कहा कि पीएम वाला नारा आप लोग मत लगाइये। हम विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं। प्रधानमंत्री बनने की कोई मंशा नहीं है।
15 मई को होगा समापन
15 अप्रैल से जाति आधारित गणना के दूसरे चरण की शुरुआत हुई। इसका समापन 15 मई को होगा। बिहार सरकार ने 215 जातियों की गणना का फैसला लिया है। सभी जातियों के लिए अलग-अलग कोड बनाए गए हैं।