रायगढ़ : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में पुलिस ने नौकरी के नाम पर बेरोजगारों को ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी बेरोजागारों का रजिस्ट्रेशन कर उनसे फीस लेता। इसके बाद फर्जी ज्वाइनिंग लेटर बांटता था। आरोपी ने ही अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर गिरोह तैयार किया था। पुलिस तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। आरोपियों ने रायगढ़ सहित महासमुंद और ओडिशा के कई जिलों में लोगों को अपना शिकार बनाया था। मामला कोतवाली क्षेत्र का है।
पुलिस ने फरार चल रहे आरोपी मोहम्मद फरमान (22) को ओडिशा के बेलपहाड़ से गिरफ्तार किया है। उसके वहां देखे जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद टीम को भेजा गया और घेराबंदी कर फरमान को पकड़ लिया। आरोपी मोहम्मद फरमान ओडिशा के झारसुगड़ा का रहने वाला है। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह चोरी के एक मामले में झारसुगड़ा जेल में बंद था। इस दौरान उसकी मुलाकात उत्तर प्रदेश के कन्नौज निवासी प्रेम कुमार उर्फ असलम से हुई। दोनों ने ठगी करने का गिरोह तैयार किया।
युवतियों को पहले ठगा, फिर ठगी की नौकरी पर रखा
दरअसल, रायगढ़ के बैकुंठपुर निवासी अंशु यादव ने नवंबर 2022 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसने अक्तूबर में शहर के कई स्थानों पर जॉब पोस्टर चस्पा देखे थे। उस पर दिए नंबर पर कॉल किया तो बताया गया कि नगर निगम कॉम्प्लेक्स में कंपनी का दफ्तर है। एक ऑफिस में रिसेप्शनिस्ट की भर्ती ली जा रही है। वहां जाकर इंटरव्यू दिया और सिलेक्ट हो गई। ऑफिस में एक युवक मिला जिसने अपना नाम प्रेम कुम्हार और जियो लाइफ इंडिया कंपनी का कर्मचारी बताया।
आरोपी ने रजिस्ट्रेशन के नाम पर 1549 रुपये लिए और बजाज कंपनी का एक ज्वाइनिंग लेटर दिया। इसमें सैलरी 16500 रुपये लिखी हुई थी। अंशु ने पुलिस को बताया कि उसके साथ चार अन्य सहेलियों ने भी नौकरी शुरू कर दी। प्रेम कुम्हार ने एक अन्य व्यक्ति सज्जाद अंसारी से मिलाया और उसे असिस्टेंट मैनेजर बताया। वह ऑफिस में आकर काम देखता था। लड़कियों को ट्रेनिंग दी गई और उनसे कहा गया कि जॉब के नाम पर बजाज कंपनी की ओर से कॉल कर 1,549 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस स्कैनर से लेनी है। फिर सभी ऑफिस बंद कर भाग गए थे।