नई दिल्ली : समलैंगिक विवाह एक ऐसा विषय है जिस पर कभी भी बहस खत्म नहीं हो सकती। कोई इसके पक्ष में हैं तो कोई इसका कड़ा विरोध कर रहा है। भारत में भी सेम मैरिज को कानूनी मान्यता देने के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है। बता दें कि दुनिया के 32 देश ऐसे है जहां समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दी गई है। अब देखना यह होगा की भारत भी इस लिस्ट में शामिल हो पाएगा की नहीं।
दुनिया की पहली कानूनी समलैंगिक शादी
क्या आपको यह पता है कि दुनिया की पहली कानूनी समलैंगिक शादी किसने की थी? 1 अप्रैल, 2001 को डच के दो गे कपल गर्ट कस्टील और डॉल्फ पास्कर ने नीदरलैंड में दुनिया की पहली कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त सेम जेंडर मैरिज कर इतिहास रच दिया था। ये जोड़ा चार समलैंगिक जोड़ों में से एक था, जिनकी शादी 1 अप्रैल, 2001 को एम्स्टर्डम के मेयर द्वारा आधी रात को कराई गई थी। बता दें कि डच कपल की शादी को 22 साल हो गए है।अपनी शादी को याद करते हुए कपल ने कहा कि लोगों ने मुझे कहा था कि सेम मैरिज को पारित करने वाला नीदरलैंड पहला और आखिरी देश होगा। बाकी दुनिया इसे नहीं स्वीकार करेगी। लेकिन आज दुनिया के लगभग 32 देशों ने इसे अपनाया है। डच कपल ने कहा कि मुझे बहुत गर्व होता है कि यह संभव हो पाया। हम इसका छोटा सा हिस्सा बनें और इतिहास रचा।
2008 में लेस्बियन कपल ने रचाई शादी
फिलिस ल्योन, जिन्होंने 2008 में अपने साथी डेल मार्टिन से शादी की थी। यह सैन फ्रांसिस्को में होने वाली पहली समलैंगिक और लेस्बियन शादी थी। कैलिफोर्निया सुप्रीम कोर्ट के इन री मैरिज केस में फैसले के बाद कैलिफोर्निया में समलैंगिक विवाह को वैध किया था। शादी के दो महीने बाद ही डेल मार्टिन की मौत 27 अगस्त 2008 को हुई। वहीं, लियोन का 9 अप्रैल, 2020 को निधन हो गया था।
बता दें कि मार्टिन और ल्योन की मुलाकात वर्ष 1950 में हुई थी। इसके बाद दोनों 1952 में कपल बन गए और 1953 में सैन फ्रांसिस्को में कास्त्रो स्ट्रीट के एक अपार्टमेंट में साथ रहने लगे। दोनों ने एक साथ मिलकर उत्तरी कैलिफोर्निया में ग्लाइड मेमोरियल मेथोडिस्ट चर्च में काउंसिल ऑन रिलिजन एंड द होमोसेक्सुअल (CRH) बनाने के लिए काम किया था।
दुनिया के 32 देशों की पूरी लिस्ट, जिन्होंने समलैंगिक विवाह को दी कानूनी मान्यता
- अर्जेंटीना (2010 से)
- ऑस्ट्रेलिया (2017 से)
- ऑस्ट्रिया (2019 से)
- बेल्जियम (2003 से)
- ब्राजील (2013 से)
- कनाडा (2005 से)
- चिली (2022 से)
- कोलंबिया (2016 से)
- कोस्टा रिका (2020 से)
- डेनमार्क (2012 से)
- इक्वाडोर (2019 से)
- फिनलैंड (2010 से)
- फ्रांस (2013 से)
- जर्मनी (2017 से)
- आइसलैंड (2010 से)
- आयरलैंड (2015 से)
- लक्समबर्ग (2015 से)
- माल्टा (2017 से)
- मेक्सिको (2010 से)
- नीदरलैंड्स (2001 से)
- न्यूज़ीलैंड (2013 से)
- नॉर्वे (2009 से)
- पुर्तगाल (2010 से)
- स्लोवेनिया (2022 से)
- दक्षिण अफ्रीका (2006 से)
- स्पेन (2005 से)
- स्वीडन (2009 से)
- स्विट्ज़रलैंड (2022 से)
- ताइवान (2019 से)
- यूनाइटेड किंगडम (2020 से)
- संयुक्त राज्य अमेरिका (2015 से)
- उरुग्वे (2013 से)