अंबिकापुर: अंबिकापुर में ठगी की शिकार एक महिला ने खुदकुशी कर ली। उससे केबीसी में 25 लाख की लॉटरी लगने का झांसा देकर डेढ़ लाख रुपये की ठगी की गई थी। पुलिस ने इस मामले में बिहार से सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क सामने आया है। जांच में पता चला है पाकिस्तान और नेपाल से ठग वारदात को अंजाम दे रहे थे। इसके लिए भारत में ही कुछ लोगों के जरिए यह पूरा नेटवर्क चल रहा है। फिलहाल सीतापुर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
25 लाख की लॉटरी जीतने का दिया था झांसा
सरगुजा एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि लिचिरमा निवासी सेवंती पैंकरा (45) पत्नी स्व. मानिकचंद ने करीब एक माह पहले 23 मार्च को पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। जांच के दौरान पता चला कि उसके मोबाइल में कुछ दिनों पहले एक युवक ने केबीसी के नाम पर फोन कर 25 लाख रुपये की लॉटरी लगने का झांसा दिया था। महिला जब उसके झांसे में आ गई तो प्रोसेसिंग फीस के रूप में कुछ राशि जमा कराने के लिए कहा। महिला ने पैसे डाले तो युवक बार-बार फोन कर मांगने लगा।
किस्तों में रुपये कराए ट्रांसफर
यह भी सामने आया कि 23 मार्च को सेंवती के पास फोन आया कि 15 हजार डालते ही खाते में 25 लाख ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। इस पर महिला अपनी बहू के साथ ग्रामीण बैंक पहुंची और 15 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ही लॉटरी की रकम उसके खाते में नहीं आई। इसके चलते वह काफी परेशान हो गई। ठगों ने थोड़ा-थोड़ा कर उससे डेढ़ लाख रुपये ठग लिए थे। इसी परेशानी में सेंवती पैंकरा ने पुल के ऊपर से कूदकर अपनी जान दे दी। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपियों तक पहुंची।
विशेष टीम ने सात को किया गिरफ्तार
ठगी कि रकम से जिन-जिन खातों में राशि का ट्रांसजेक्शन हुआ था, उन खातों के संबंध मे संबंधित खाता धारकों का केवाईसी डिटेल और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर विशेष टीम ने प्राप्त कर मामले की जानकारी ली। पैसों का ट्रांजेक्शन बिहार के पूर्णिया, कटिहार और आरा में होना पाया गया। इसके बाद पुलिस ने मनमोहन उर्फ मनीष मंडल, प्रदुमन कुमार सिंह, चक्रवर्ती आनंद, वलिउआल रियाज, शिवेन्द्र कुमार, आशीष मंडल और मो० साहीद आलम को गिरफ्तार कर लिया। इसके मास्टरमाइंड शिवेंद्र कुमार व वलिउल्लाह बताए गए हैं।
आईपी एड्रेस से मिला पाकिस्तान कनेक्शन
एसपी ने बताया कि विवेचना में सेवती से जिन व्यक्तियों से बात हुई उनके मोबाइल और व्हाट्सअप नंबर की जानकारी ली। मोबाइल नंबर का आईपी एड्रेस पकिस्तान का होना पाया गया। जांच में पता चला कि पाकिस्तान में बैठे ठग केबीसी में लाटरी लगने का झांसा देकर लोगों को शिकार बना रहे हैं। वे भारत में निचले तबके के लोगों का बैंक एकाउंट खुलवाकर स्वयं आनलाइन खाता आपरेट करते हैं। इसके एवज में वे यहां के लोगों को चार से 10 प्रतिशत कमीशन दिया जाता है।