बांदा : प्रयागराज में माफिया अतीक व अशरफ की हत्या के समय जो दृश्य कैमरों में कैद हुआ था। उसमें हत्यारोपित लवलेश तिवारी बिल्कुल किसी बड़े शूटर की तरह दिख रहा है। हत्या कांड के समय का वीडियो देखकर उसके मोहल्ले के कुछ युवकों ने बताया कि उसे बचपन से ही निशाना लगाने का शौक रहा है, लेकिन वह इतना बड़ा शूटर कब बन गया है, यह कोई समझ नहीं पाया। घटना के बाद उसे देखकर सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए हैं।
माफिया अतीक हत्याकांड का आरोपी लवलेश तिवारी शहर के क्योटरा मोहल्ले में किराये के मकान में रहता रहा है। इसके अलावा उसका लौमर गांव भी आना जाना था। गांव के वह शहर के मोहल्ले के युवकों ने दबी जुबान बताया कि लवलेश शुरू से चंचल स्वभाव का था। निशाना लगाने का शौक उसे पहले से था।
युवक यह भी बताते हैं कि वह किसी भी प्रदर्शनी या मेले में जाता था तो वहां निशाना जरूर लगाता था। उसका निशाना भी सटीक रहा है। निशानेबाजी को लेकर कई बार उसने हंसी मजाक के बीच दोस्तों से शर्त भी लगाई थी, जिसमें वह जीत भी जाता था, लेकिन शूटर बनने का प्रशिक्षण उसने कहां से लिया है। इसके बारे में बताने वाले युवक भी अनभिज्ञ हैं।
वह तो खुद ही गोली चलाते समय एक कदम आगे व बाद में कदम पीछे कर-करके गोली चलाने का वीडियो देखकर दंग रह गए। उसके शूटर बनने के प्रशिक्षित होने के बारे में एसआइटी भी जांच कर रही है। प्रशिक्षण देने वाले का भी पता लगाया जा रहा है।
तमंचा खोसकर चलना व हनक दिखाने की थी आदतमोहल्ले के युवकों ने बताया कि शुरू में वह सामान्य झगड़ालू स्वभाव का था। संगत में आदत खराब होने पर उसने तमंचा खोसना भी शुरू कर दिया था। हालांकि, वह यह किसी से नहीं बताता था कि वह तमंचा कहां से पाया है, लेकिन वह तमंचे के बल पर अपने से छोटे लोगों पर हनक दिखाता था। यह भी चर्चा बाद में सामने आई थी कि वह तमंचा लेकर चलने के साथ उन्हें बेचने भी लगा था।