छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : विधायक पर हुए हमले पर नक्सलियों की सफाई, बोले- TCOC में नेता नहीं थे हमारे निशाने पर, जवानों की गाड़ी समझकर की फायरिंग

जगदलपुर। विधायक विक्रम मंडावी पर हुए नक्सल हमले को लेकर माओवादियों ने अपनी सफाई दी है। नक्सली लीडर का कहना है कि, उनके निशाने पर विधायक या फिर कोई अन्य नेता नहीं था। बल्कि उन्होंने जवानों की गाड़ी समझकर फायरिंग की थी। माओवादियों का कहना है कि, जनवरी से उनका TCOC चल रहा है। इस दौरान उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को अपना निशाना बनाने की कोशिश की थी।

दरअसल, नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के प्रवक्ता मोहन ने प्रेस नोट जारी किया है। मोहन ने प्रेस नोट के माध्यम से कहा कि, उनके PLGA ने वाहन पर फायरिंग की थी। नक्सली लीडर का कहना है कि, पिछले कुछ माह में पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर किए हैं। निर्दोष ग्रामीणों को जेल में बंद किया है। पामेड़ इलाके में हवाई हमला किया। ड्रोन से बमबारी की गई। इसी के विरोध में TCOC के दौरान सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया था। कोई नेता उनके टारगेट में नहीं था।

3 सालों में 4 बार हवाई हमले का आरोप

बस्तर के अंदरूनी इलाकों में पिछले 3 सालों में 4 बार ड्रोन और हेलीकॉप्टर से बम गिराने का आरोप फोर्स पर लगा है। सबसे पहले साल 2021 में हवाई बमबारी का आरोप लगा था। साथ ही कुछ महीने पहले भी एक गांव में बम गिराने की बात ग्रामीणों ने कही थी। नक्सलियों ने भी पर्चा और कुछ तस्वीरें जारी कर बम गिरने का आरोप लगाया था। नक्सलियों ने कहा था कि, फोर्स के हवाई हमले से एक महिला नक्सली की मौत हुई है। जिसकी तस्वीर भी जारी की थी।

18 अप्रैल को हुआ था हमला

छत्तीसगढ़ में बीजापुर विधानसभा से विधायक विक्रम मंडावी के काफिले पर नक्सलियों ने 18 अप्रैल को हमला किया था। जिस वाहन में जिला पंचायत सदस्य पार्वती कश्यप बैठीं थीं उस वाहन में गोली लगी थी। हालांकि, इस हमले में सभी सुरक्षित थे। दरअसल, विधायक विक्रम मंडावी, जिला पंचायत सदस्य समेत कांग्रेसी नेता गंगालूर गए हुए थे। यहां साप्ताहिक हाट बाजार में नुक्कड़ सभा का आयोजन किया था। लौटते वक्त पदेड़ा गांव के नजदीक नक्सलियों ने चलती वाहनों पर फायरिंग की थी। हालांकि, सभी वाहनें वहां से सुरक्षित निकल गई थी।