नई दिल्ली। दिल्ली के जंतर मंतर पर WFI के चीफ बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। पहलवानों के इस प्रदर्शन को अन्य एथलीट्स के साथ-साथ कई नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शनिवार को धरना स्थल पर पहलवानों से मुलाकात करने पहुंचे हैं।
केजरीवाल ने धरना प्रदर्शन पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा- हमारे देश के पहलवान, खिलाड़ी जिन्होंने पूरी दुनिया हमारे देश का नाम रोशन किया था वह पिछले एक हफ्ते से प्रदर्शन कर रहे हैं, क्यों कि उनकी पार्टी(भाजपा) के बड़े नेता ने हमारी खिलाड़ी, बेटी के साथ दुर्व्यवहार किया।
आरोपित को फांसी पर लटका देना चाहिए
उन्होंने आगे कहा कि वैसे तो देश की किसी भी बेटी के साथ दुर्व्यवहार करने वाले आरोपित को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए या फांसी पर लटका देना चाहिए, लेकिन ये दुख की बात है, क्योंकि यह महिलाएं सामान्य नहीं हैं। इन्होंने अपनी मेहनत से भारत का नाम रोशन किया है।
आप लोगों ने देखा होगा कि इन्होंने देश के लिए मेडल जीते थे। पूरी दुनिया देख रही है इनके पीछे तिरंगा था और राष्ट्रगान चल रहा था। अगर उनके साथ किसी व्यक्ति ने दुर्व्यवहार किया है तो उसकी एफआईआर दर्ज कराने के लिए जंतर मंतर पर बैठना पड़ा रहा है।
मंत्री आतिशी के साथ-साथ मंत्री सौरभ भारद्वाज भी जंतर मंतर पहुंचे। दोनों ही मंत्रियों ने पहलवानों के साथ खड़े होने की बातचीत कही और नारेबाजी भी की। आतिशी ने कहा कि पूरे देश में बेटियों को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठा रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा, ”हमारे देश के खिलाड़ी, जिन्होंने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया था आज पिछले 1 हफ्ते से जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। भाजपा के किसी बड़े नेता ने हमारे देश का नाम रोशन करने वाली लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार किया, गलत काम किया।”
साथ ही केजरीवाल ने कहा, ”वैसे तो हमारे देश की किसी भी लड़की के साथ अगर कोई गलत काम हो, उस व्यक्ति को तुरंत पकड़ कर सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। फांसी की सजा होनी चाहिए, लेकिन बड़े दुख की बात है कि इनको एफ.आई.आर दर्ज कराने के लिए जंतर मंतर पर बैठना पड़ रहा है। हमारे समाज में किसी भी लड़की के लिए घर से बाहर निकलकर खेलों में नाम कमाना बहुत मुश्किल है। हमारे समाज में महिलाओं को आगे आने से रोका जाता है।”
भारतीय समाज में किसी भी महिला के लिए बाहर निकलकर इस मुकाम तक पहुंचना लगभग नामुमकिन है।सबसे पहले मैं इन पहलवानों के जज्बे को सलाम करता हूं। जो भी भारत से प्यार करता है वह आपके साथ खड़ा है। आप अकेले नहीं हो आपने पूरे देश को जगा दिया है। संदेश यह है कि अगर इनकी पार्टी का कोई भी व्यक्ति चोरी करेगा, गलत काम करेगा, महिलाओं के साथ छेड़खानी करेगा तो उसका बाल भी बांका नहीं किया जाएगा।
देश ऐसे तरक्की नहीं कर सकता है। एक FIR के लिए इन लोगों को सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा। इन लोगों को बुखार है फिर भी इनको यहां बैठना पड़ रहा है। कितने दर्द की बात है। इन बच्चों का आंदोलन देश की खेल व्यवस्था में बहुत बड़ा परिवर्तन करेगा, जो भी लोग इस भारत देश से प्यार करते हैं उनसे कहना चाहता हूं कि छुट्टी लेकर आओ, इनका साथ दो। यह लोग सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि पूरे खेल जगत के लिए लड़ रहे हैं।
अगर यह बच्चे संघर्ष ना करते तो लड़कियों के साथ गलत काम होता रहता। मेरा दिल कहता है कि इनको जरुर सफलता मिलेगी। केंद्र सरकार से मेरी गुजारिश है इतने निर्दई मत बनो। इन बच्चों की बिजली पानी रोक दिया। मुख्यमंत्री होने के नाते मेरी तरफ से जो बनेगा मैं करूंगा लेकिन आप भी थोड़ी इंसानियत दिखाओ।